डीएनए हिंदी: खबर पढ़कर हैरान और परेशान मत होइए. बिहार के मुख्यमंत्री अभी भी नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ही हैं. राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने विरोध जताने का यह नया तरीका निकाला है. विधानसभा में हंगामे के चलते अपना विरोध दर्ज कराने के लिए आरजेडी (RJD) के नेतृत्व में विपक्ष ने समानांतर सदन चलाया. इस दौरान आरजेडी के विधायक दल के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को 'मुख्यमंत्री' बनाया गया. इसके अलावा, आरजेडी नेता अवध बिहारी चौधरी को सदन का स्पीकर बताया गया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
इस दौरान आरजेडी नेताओं ने कहा, 'राष्ट्रीय जनता दल सदन में सबसे बड़ी पार्टी है. सब लोगों की सहमित से नेता चुनकर तेजस्वी यादव जी को नेता घोषित किया जा रहा है.' इसके बाद, तेजस्वी यादव ने कहा कि स्पीकर महोदय आरजेडी में आए AIMIM के चार विधायकों को मिठाई खिलाकर उनका मुंह मीठा कराएं. इस पर अवध बिहारी चौधरी ने सबसे पहले तेजस्वी यादव को ही मिठाई खिला दी.
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RJD में शामिल हुए एआईएमआईएम के चार विधायक
इस पूरी कार्यवाही के दौरान आरजेडी के तमाम विधायक मौजूद थे. तेजस्वी यादव के साथ उनके भाई तेज प्रताप यादव भी मौजूद रहे. आपको बता दें कि कल ही एआईएमआईएम के पांच में चार विधायकों ने असदुद्दीन ओवैसी को झटका देते हुए आरजेडी का दामन थाम लिया था. चार नए विधायकों के साथ आरजेडी अब सदन में सबसे बड़ी पार्टी बन गई है.
बिहार विधानसभा में हुआ हंगामा तो तेजस्वी यादव बन गए 'मुख्यमंत्री'
— DNA Hindi (@DnaHindi) June 30, 2022
(मॉनसून सत्र के आखिरी दिन विधानसभा की कार्रवाही का बहिष्कार करके विपक्ष ने समानांतर सदन चलाया)#Bihar #BiharVidhanSabha #TejashwiYadav #Monsoon #LatestNews pic.twitter.com/FChVFRtP9h
आपको बता दें कि ‘अग्निपथ योजना’ के विरोध में विपक्ष के हंगामे के कारण गुरुवार को बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही मिनट के भीतर स्थगित कर दी गई. बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी के बार-बार सहयोग का आग्रह करने के बावजूद विपक्षी विधायक शांत नहीं हुए और सशस्त्र बलों में भर्ती की नई योजना को वापस लेने तथा प्रदेश में हाल में किए गए विरोध-प्रदर्शन में भाग लेने वालों के खिलाफ दर्ज मामलों को रद्द करने की मांग को लेकर नारेबाजी करते रहे.
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विधानसभा में जमकर हुई नारेबाजी
'अग्निपथ योजना' को वापस लेने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के खिलाफ आपत्ति व्यक्त करने के लिए उप-मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद भी अपनी कुर्सी से उठ खड़े हुए. हंगामा जारी रहने पर महेश्वर हजारी ने सदन की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी. आरजेडी और लेफ्ट की पार्टियों ने घोषणा की है कि इस योजना पर उनकी चर्चा की मांग के पूरी होने तक वे सदन को चलने नहीं देंगे.
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सदन के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने उनकी मांग को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि यह मामला राज्य विधानसभा के दायरे से बाहर है. कांग्रेस जो अब खुद को विपक्षी महागठबंधन का हिस्सा नहीं मानती है, उसके नेता अलग से विरोध-प्रदर्शन करते दिखे. कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव शकील अहमद खान सहित उसके कई विधायकों ने कार्यवाही शुरू होने से पहले विधानसभा परिसर में हाथों में तख्तियां लिए प्रदर्शन किया.
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तेजस्वी यादव बन गए बिहार के 'मुख्यमंत्री'! जानिए बिहार विधानसभा में हुआ कैसा खेल