डीएनए हिंदी: बिहार में जहरीली शराब का के चलते हुई मौतों से सियासत गर्म हो गई है जिसको विपक्ष में बैठी बीजेपी तक जेडीयू-आरजेडी (JDU-RJD) गठबंधन की सरकार पर हमला बोल रही है. इस बीच आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने जेडीयू के विधायकों की बैठक बुलाई. इस बैठक में उन्होंने शराबबंदी को लेकर पूछा कि क्या अब क्या शराबबंदी का कानून बिहार से हटा दिया जाए. जेडीयू विधायकों ने इस मुद्दे पर सर्वसम्मति से नीतीश को एक राहत देने वाला उत्तर दिया है. इसके अलावा नीतीश ने अपने सभी नेताओं को यह आश्वस्त भी किया है कि जेडीयू का आरजेडी में कोई विलय नहीं होने वाला है.
दरअसल, जेडीयू विधायकों की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, "क्या शराब बंदी खत्म करे दें?’ इस पर सभी विधायकों ने नीतीश कुमार की इस बात कर कहा है कि किसी भी कीमत पर शराब बंदी खत्म नहीं करनी चाहिए. विधायकों का कहना है कि उन्हें किसी भी कीमत पर शराबबंदी के कानून को खत्म नहीं करना चाहिए.
JDU-RJD का नहीं विलय
बता दें कि लंबे वक्त से यह कहा जा रहा था कि नीतीश आरजेडी में जेडीयू का विलय कर सकते हैं. इसको लेकर आज उन्होंने कहा,"जदयू और राजद के विलय की कोई बात नहीं है. जदयू किसी भी दल से कमजोर नहीं. हमारी अलग पहचान है। वैसे 2024 के आम चुनाव में वह संपूर्ण विपक्ष को एकजुट कर उन्हें एक प्लेटफार्म पर लाने का काम करते रहेंगे."
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एक साथ लड़ेंगे चुनाव
हालांकि नीतीश ने यह बात स्वीकारी है कि पहले विलय की बातें चल रही थीं. मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014-15 में जदयू और राजद को एक साथ लाने की कोशिश की गई थी, पर वह सफल नहीं हो सकी. वर्तमान में इस तरह की कोई बात नहीं है गौरतलब हो कि जदयू और राजद के विलय को लेकर यह चर्चा थी कि दोनों दल एक साथ लोकसभा का चुनाव भी लड़ेंगे.
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'बिहार में क्या हटा दें शराबबंदी का कानून?' CM नीतीश कुमार ने विधायकों से बैठक में पूछा बड़ा सवाल