लखनऊ सुपर जायंट्स ने 12 अप्रैल को एकाना स्टेडियम में गुजरात टाइटन्स को 6 विकेट से करारी शिकस्त दी. एलएसजी के आक्रमण के केंद्र में कोई और नहीं बल्कि निकोलस पूरन थे, जिन्होंने एक बार फिर अपने जोश और आक्रामकता से एलएसजी को अंक तालिका में तीसरे स्थान पर पहुंचा दिया, जिससे जीटी की शीर्ष पर जगह बनाने की उम्मीदें खत्म हो गईं.
पहले बल्लेबाजी करते हुए, साई सुदर्शन और कप्तान शुभमन गिल ने एलएसजी की गेंदबाजी इकाई द्वारा दी गई हर चुनौती का जवाब दिया. उनकी 120 रनों की साझेदारी की बदौलत गुजरात टाइटन्स 6 विकेट पर 180 रन बना सकी.
इसके बाद बल्लेबाजी करने आई एलएसजी में कप्तान ऋषभ पंत से फैंस को काफी उम्मीदें थीं और एकबार फिर इस मैच से साबित हो गया कि नीलामी में पंत पर बड़ा दांव लगाकर LSG ने बड़ी गलती की. मिशेल मार्श की अनुपस्थिति में एडेन मार्करम के साथ ओपनिंग करने आए पंत केवल 21 रन ही बना सके.
जबकि एडेन मार्करम ने अपनी वापसी का सिलसिला जारी रखा, 31 गेंदों पर 58 रनों की पारी ने न केवल स्थिरता लाई, बल्कि पूरन को पूरी ताकत से खेलने की आजादी भी दी. इस जोड़ी का प्रयास जीटी के इन-फॉर्म बॉलिंग अटैक के लिए बहुत ज्यादा साबित हुआ, जो एकाना में काली मिट्टी की परिस्थितियों के अनुकूल होने के लिए संघर्ष कर रहे थे.
साई किशोर, मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा के इस सीजन में दमदार प्रदर्शन के बावजूद जीटी के गेंदबाज़ अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से कोसों दूर नज़र आए. पूरन की मारक क्षमता और एलएसजी के जवाबी हमले के सामने उनका आत्मविश्वास डगमगा गया.
जीटी ने शीर्ष क्रम पर बहुत अधिक दांव लगाया
जीटी की पारी ने एक बात स्पष्ट कर दी- वे अपने शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों पर बहुत अधिक निर्भर हैं और मध्यक्रम में महत्वपूर्ण गति खो रहे हैं. गिल और सुदर्शन के बीच 120 रनों की साझेदारी एक बेहतरीन लॉन्चपैड थी, लेकिन एक बार जब दोनों छह गेंदों के भीतर आउट हो गए, तो पारी का अंत हो गया.
जोस बटलर, जिन्होंने इस सीजन में अपनी नई नंबर 3 भूमिका में शानदार प्रदर्शन किया था, 16 रन पर सस्ते में आउट हो गए. स्टंप के पीछे कुछ गड़बड़ियों ने उनकी परेशानी को और बढ़ा दिया, जिससे इंग्लैंड के इस स्टार की पारी का अंत हुआ.
शेष बल्लेबाजी लाइनअप गिल और सुदर्शन द्वारा निर्धारित गति को बनाए रखने में विफल रहा. 12वें ओवर में 120/1 से, जीटी अंत तक 180/6 तक ही पहुंच सका.
पूरन की आग ने मार्कराम की वापसी को दिया बढ़ावा
पहली पारी में साई सुदर्शन के संयम और लक्ष्य का पीछा करते हुए निकोलस पूरन की आतिशी बल्लेबाजी के बीच मुकाबला ऑरेंज कैप की रस्साकशी में बदल गया.
आईपीएल 2025 में पूरन ने अपने आक्रामक रवैये से लगभग हर गेंदबाज का सामना किया है और कई बार जीत भी हासिल की है. 34 गेंदों पर 61 रन की उनकी विस्फोटक पारी एलएसजी के लक्ष्य का पीछा करने की गतिशीलता में उनके द्वारा लाए गए निडर क्रिकेट का एक और बेहतरीन उदाहरण है.
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