डीएनए हिंदी: IPL जैसी क्रिकेट लीग्स को मिल रही अपार भीड़ और खेल के लंबे प्रारूप से गायब हो रहे दर्शकों को लेकर कई बार बहस हो चुकी है. ऐसे में हर कोई मान रहा है कि खेल के लंबे प्रारूप में दर्शकों की भीड़ को वापस लौटाने के लिए इन्हें रोमांचक बनाने की जरूरत है. इसके लिए सचिन तेंदुलकर से लेकर तमाम दिग्गज क्रिकेटरों तक ने अपने-अपनी सुझाव भी दिए हैं. इन्हीं में अब दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) भी शुमार हो गए हैं.
फिलहाल टीम इंडिया से बाहर चल रहे अश्विन ने खासतौर पर टी-20 क्रिकेट के कारण वनडे मैचों पर आए खतरे की तरफ इशारा किया है. वे एकतरफ तो कुछ नियम बदलवाकर गेंद और बल्ले के बीच के संघर्ष को रोमांचक बनाना चाहते हैं, वहीं उनकी डिमांड वनडे मैचों में गेंद इस्तेमाल करने के नियम को लेकर भी है.
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डिफरेंट शॉट पर भी मिले LBW आउट
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर क्रिकेट में गेंदबाजों को बराबर का मौका देने के लिए नियमों में बदलाव की मांग की है. उन्होंने खासतौर पर LBW के नियम की चर्चा की है. अश्विन का कहना है कि बल्लेबाज जो स्विच हिट खेलते हैं, उस पर भी गेंदबाज को उन्हें LBW आउट करने का मौका मिलना चाहिए. उन्होंने कहा, यदि स्विच हिट मारते समय कोई बल्लेबाज गेंद को मिस कर देता है और वह उसके पैर पर लगती है तो उस बल्लेबाज को LBW आउट देना चाहिए.
उन्होंने इंग्लैंड की हालिया सफलताओं में जोरदार भूमिका निभाने वाले पूर्व कप्तान जो रूट (Joe Root) और जॉनी बेयरस्टो Johny Baiyresto) का उदाहरण दिया. अश्विन का कहना है कि ये दोनों एक पारी में कम से कम 10 बार स्विच हिट करते हैं और 9 बार LBW होने के करीब होते हैं.
मैच में अश्विन चाहते हैं पहले की तरह 1 ही गेंद
वनडे क्रिकेट में अब दोनों छोर से अलग-अलग गेंद का इस्तेमाल होने लगा है. कई गेंदबाजों ने इसका विरोध किया है. खासतौर पर स्पिनर्स को गेंद के पुरानी नहीं होने से लाभ नहीं मिलता है. इसके चलते दोनों छोर से अलग गेंद के नियम का विरोध हो रहा है. अश्विन भी इसके खिलाफ हैं.
cricinfo के मुताबिक, अश्विन ने वॉनी एंड टफर्स क्रिकेट क्लब पॉडकास्ट में कहा कि गेंद के लेकर पुराना नियम वापस लाना चाहिए, जिसमें मैच के दौरान एक पारी में एक ही गेंद का इस्तेमाल होता था. एक गेंद के प्रयोग से मुकाबला बराबरी का होता था और गेंदबाज को रिवर्स स्विंग भी मिलती थी. इससे खेल का रोमांच बना रहता था.
उन्होंने वनडे क्रिकेट की भूमिका पर भी चर्चा की. अश्विन ने कहा, मेरे ख्याल से वनडे क्रिकेट को अपनी जगह बनानी होगी और अपनी प्रासंगिकता ढूंढनी होगी. वनडे क्रिकेट की सबसे बड़ी खूबसूरती है कि इसमें उतार चढ़ाव नहीं है। इस प्रारूप में गेंदबाजों की भी भूमिका होती है.
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Cricket Rules: टीम इंडिया से बाहर बैठे अश्विन क्यों बोले- बदलना चाहिए LBW का नियम