मंगलवार को राजकोट में इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टी-20 मैच में भारतीय टीम हार गई। 172 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 145 रन ही बना सकी। टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों के फ्लॉप रहने के बाद ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने भारतीय टीम को मुकाबले में बनाए रखा, लेकिन उन्हें दूसरे छोर से जरूरी सहयोग नहीं मिला। वॉशिंगटन सुंदर और अक्षर पटेल ने विकेट पर टिकने की कोशिश की, लेकिन वे तेजी से रन नहीं बना सके। भारतीय टीम की हार के बाद फैन्स सुंदर और अक्षर की धीमी बल्लेबाजी के साथ टीम मैनेजमेंट की रणनीति पर भी सवाल उठा रहे हैं।
आठवें नंबर पर उतरे जुरैल
भारत की बैटिंग के दौरान ध्रुव जुरैल आठवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे। टीम मैनेजमेंट ने उनसे पहले सुंदर और अक्षर को बैटिंग के लिए भेजा। ये दोनों ही कुछ खास नहीं कर पाए। 18वें ओवर में अक्षर के आउट होने के बाद जब जुरैल बैटिंग के लिए उतरे, तब तक मैच भारत के हाथ से करीब-करीब निकल चुका था। भारत को जीत के लिए 16 गेंदों पर 49 रनों की जरूरत थी। दूसरे छोर पर हार्दिक पांड्या भी बड़े शॉट्स नहीं लगा पा रहे थे। ऐसे में जुरैल के लिए भी आते ही चौके-छक्के लगाना आसान नहीं था। इसी कोशिश में वे 20वें ओवर की पहली गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठे। हालांकि, मैच का नतीजा तभी तय हो गया था जब 19वें ओवर में हार्दिक आउट हुए।
लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन की कोशिश
टीम मैनेजमेंट ने बैटिंग में लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन बनाए रखने के लिए जुरैल को बैटिंग के लिए देर से भेजा। दूसरे छोर पर हार्दिक टिके हुए थे तो मैनेजमेंट ने लेफ्ट हैंडर सुंदर और अक्षर को जुरैल से पहले भेजा। ये दोनों ही खिलाड़ी टीम में ऑलराउंडर की हैसियत से खेलते हैं जबकि जुरैल को विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में खिलाया गया था।
फ्लॉप रहे सुंदर और अक्षर
टीम मैनेजमेंट के इस प्रयोग को यदि मैच के नतीजे से जोड़कर देखें तो आठवें ओवर की आखिरी गेंद पर तिलक वर्मा आउट हुए थे। तब भारतीय टीम का स्कोर 68 रन था। यानी बाकी बचे 12 ओवर में टीम को जीत के लिए 107 रन बनाने थे। इसी पड़ाव पर ध्रुव जुरैल को मैदान पर उतरना चाहिए था, लेकिन मैनेजमेंट ने वॉशिंगटन सुंदर को भेज दिया। सुंदर 15 गेंद में 6 रन बनाकर 13वें ओवर की पहली गेंद पर आउट हुए। तब भारत का स्कोर 85 रन था। यानी तिलक के आउट होने के बाद अगले 4.1 ओवर में भारतीय टीम ने केवल 17 रन बनाए। सुंदर के आउट होने के बाद अक्षर पटेल आए। वे भी कोई कमाल नहीं दिखा सके और 16 गेंद में 15 रन रन बनाकर आउट हुए। अक्षर जब तक मैदान पर थे, टीम इंडिया 5.1 ओवर में 38 रन ही बना सकी।
भड़के पीटरसन
इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन ने भारतीय टीम मैनेजमेंट की इस रणनीति पर सवाल खड़े किए हैं। पीटरसन ने कहा है कि जुरैल एक सक्षम बल्लेबाज हैं। वे नंबर छह पर उतरकर अच्छी पारी खेल सकते थे। लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन को लेकर पीटरसन ने कहा कि ये सब नंबर 4 तक ही ठीक है। इसके बाद टीम को अपने सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज को उतारना चाहिए।
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केविन पीटरसन
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