भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का चौथा मुकाबला रांची में खेला गया था. इस मैच को टीम इंडिया ने 5 विकेट से अपने नाम कर लिया और सीरीज में 3-1 से अजेय बढ़त बना ली है. रांची टेस्ट में स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज टीम इंडिया के जीत के हीरो रहे हैं. ध्रुव ने इंग्लैंड के खिलाफ दोनों पारियों में बेहद शानदार प्रदर्शन किया है, जिसके बाद चारों तरह उनकी ही चर्चा हो रही है. ऐसे में उन्होंने अपनी अर्धशतकीय पारी को देश के नाम समर्पित कर दिया है. उनके पिता ने इस बात का खुलासा किया है. भारत को टेस्ट मैच जिताकर ध्रुव ने अपनी खुशी भी जाहिर की है. 


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इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में ध्रुव ने 90 रन और नाबाद 39 रनों की पारी खेली, जिसके बाद उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच के लिए भी चुना गया था. टीम इंडिया ने पहली पारी में 177 रनों पर अपने 7 विकेट गंवा दिए थे, जिसके बाद ध्रुव ने शानदार बल्लेबाजी की और अपना दमखम दिखाया. ध्रुव ने अपनी इस पारी से टीम को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया. इसके बाद दूसरी पारी में ध्रुव ने 77 गेंदों में नाबाद 39 रन बनाए और टीम को जीत दिलाई. ये पारी भी टीम की जीत के लिए बेहद जरूरी थी. 

देश को समर्पित किया अपना पहला अर्धशतक

ध्रुव जुरेल ने रांची टेस्ट की पहली पारी का अपना अर्धशतक देश के नाम समर्पित कर दिया है. ध्रुव के पिता और पूर्व आर्मी ऑफिसर नेम सिंह जुरेल ने इसका खुलासा किया है. उन्होंने बताया, "मैं आर्मी से रिटायर हूं. ध्रुव भी आर्मी को काफी पसंद करता है. ध्रुव ने अपना पहला अर्धशतक आर्मी के नाम कर दिया है. ध्रुव ने मुझे कॉल पर कहा कि पापा मेरा अर्धशतक देश के नाम है. इसके अलावा मैच जीतने में भी अहम भुमिका निभाई है. उसके प्रदर्शन के बाद रिश्तेदार और दोस्त फोन पर बधाई दे रहे हैं. इंग्लैंड के खिलाफ अब आखिरी मैच है और उसे देखना का भी मन है."

बता दें कि भारत की जीत और अपने बेटे के शानदार प्रदर्शन के लिए जुरेल की मां ने घर पर बांके बिहारी की पूजा करती रही. टीम की जीत के बाद परिवार वाले ने मंदिर में ठाकुर जी को भी भोग लगाया. 

ध्रुव ने भी जाहिर की खुशी

इंग्लैंड के खिलाफ रांची टेस्ट में शानदार प्रदर्शन के बाद ध्रुव ने बताया, मेरा टेस्ट करियर अभी शुरू हुआ है, जिस तरह मैंने इस मैच में खेला है. मैं इसे आगे और निखारने का काम करूंगा. मेरी मेहनत के बदौलत मुझे टीम में जगह मिली. मेरे पिता ने आर्मी में रहकर देश की सेवा की है और अब मैं अपने बल्ले के साथ देश के लिए खेलते हुए आगे बढ़ना चाहता हूं और आगे भी कुछ करके दिखाना चाहता हूं. कई पूर्व दिग्गजों ने बधाई दी है. इन सभी को देखकर ही मैं आगे बढ़ा हूं, मेरे लिए ये खुशी की बात है. 

वहीं ध्रुव जुरेल के कोच अफजल अहमद ने कहा, "ध्रुव जिस तरह से खेले हैं, वो वाकई काबिलेतारीफ है. पहले मैच के बाद उन्होंने मुझसे बात की थी. मुझसे उन्होंने प्रदर्शन को बेहतर करने के लिए कहा था. वो एक न एक दिन अपने प्रदर्शन से एमएस धोनी की जगह जरूर लेगा. मुझे इस बात का पूरा विश्वास है, जिस तरह वो चौथा टेस्ट खेले हैं, मुझे बेहद गर्व है."

ऐसा रहा फर्स्ट क्लास करियर

ध्रुल जुरेल का फर्स्ट क्लास करियार भी काफी शानदार रहा है. उन्होंने 17 मैचों की 22 पारियों में 50.78 की औसत से 965 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने 1 शतक और 6 अर्धशतक जड़े हैं. उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 249 रनों का है. वहीं लिस्ट ए में उन्होंने 10 मैचों की 7 पारियों में 47.25 की औसत से 189 रन बनाए हैं. इस दौरान वो 2 अर्धशतक लगा सके. ध्रुव के टी20 करियर की बात करें तो, उन्होंने 23 मैचों की 19 पारियों में 137.07 के स्ट्राइक-रेट से 244 रन बनाए हैं.  

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रांची टेस्ट में जीत के हीरो बने Dhruv Jurel, देश को समर्पित किया अपना अर्धशतक
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