डीएनए हिंदी: Indian Women's Cricket Team की रीढ़ की हड्डी माने जानी वाली Smriti Mandhana का जन्म आज ही के दिन 1996 में हुआ था. भारतीय महिला टीम की स्टार बल्लेबाज़ ने साल 2013 में भारतीय टीम में अपना डेब्यू किया था. तब से लेकर अब तक वो भारत के लिए 87 टी20, 74 वनडे और 4 टेस्ट मैच खेल चुकी हैं. उन्होंने वनडे में 2892 और टी20 में 2033 रन बनाए हैं. क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में 120.15 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी करने वाली मंधाना ने 14 अर्धशतक भी लगाए हैं.
पापा और भाई भी रहे हैं क्रिकेटर
पूर्व नंबर एक खिलाड़ी का क्रिकेट से नाता बचपन से ही रहा है. उनके पिता श्रीनिवास मंधाना डिस्ट्रिक्ट लेवल पर क्रिकेट खेलते थे. स्मृति मंधाना का जन्म मुंबई में हुआ था लेकिन बाद में उनका परिवार सांगली के माधवनगर शहर में बस गया. स्मृति के भाई क्रिकेट खेलते थे और महाराष्ट्र की U-19 टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. भाई श्रवण अपना करियर क्रिकेट में नहीं बना सके और उन्हें एक बैंकर की जॉब करनी पड़ी. अपने भाई को क्रिकेट खेलते देखकर ही स्मृति ने क्रिकेटर बनने का मन बनाया. दरअसल श्रवण जब प्रैक्टिस के लिए जाते थे, तो स्मृति को भी ग्राउंड पर ले जाते थे.
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भाई को क्रिकेट खेलता देखकर बनीं क्रिकेटर
जुनियर स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने की वजह से उनके भाई की खबरे स्थानीय अखबारों में छपने लगीं. इसे देखकर स्मृति का क्रिकेटर बनने का जज्बा और मजबूत हो गया. शुरुआत में दोनों भाई-बहन बाएं हाथ से बल्लेबाज़ी करते थे. बाद में सांगली में एक जूनियर स्टेट ट्रेनर अनंत तांबवेकर की देखरेख में ट्रेनिंग करनी शुरू कर दी. अपने बल्ले की धार की बदौलत नौ साल की उम्र में उन्होंने महाराष्ट्र क U-15 टीम में जगह बना ली और 11 साल की उम्र में वो स्टेट की U-19 टीम में शामिल हो गईं. स्मृति का बल्ला हल्ला बोलता रहा और साल 2013 में उन्होंने 5 अप्रैल को वडोदरा में बांग्लादेश के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया.
डेब्यू सीरीज़ में भारत ने किया था क्लीन स्वीप
अपने डेब्यू मैच में वो भारतीय पारी में सबसे ज्यादा रनों का योगदान देने वाली खिलाड़ी थीं. भारत ने वो सीरीज़ 3-0 से अपने नाम की. साल 2016 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक लगाकर पहली सेंचुरी जड़ी. उसी साल उन्हें आईसीसी वूमेंस टीम ऑफ द ईयर भी चुना गया. 2017 में उन्होंने विश्व कप में भारतीय टीम को फाइनल में भी पहुंचाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया. हालांकि फाइनल में भारतीय टीम को हार झेलनी पड़ी थी. साल 2018 में वो वनडे मैचों में सबसे अधिक रन बनाने वाली खिलाड़ी बन गईं. मंधाना के नाम टी20 क्रिकेट में सबसे तेज़ अर्धशतक लगाने का रिकॉर्ड भी हैं.
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उन्होंने लॉफबोरो लाइटनिंग के खिलाफ 18 गेंदों में 50 जड़ कर सोफी डिवाइन के साथ संयुक्त रुप से सबसे तेज़ अर्धशतक जड़ने वाली खिलाड़ी बन गईं. उन्होंने साल 2018 में ICC वूमेंस क्रिकेटर ऑफ द ईयर और ICC वूमेंस वनडे प्लेयर ऑफ द ईयर का खिताब जीता। मंधाना 28 जुलाई से शुरु होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए बर्मिंघम में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करेंगी. आगे के सफर के लिए उन्हें डीएनए हिंदी टीम की ओर से शुभकामनाए और जन्मदिन के अवसर पर ढेर सारी बधाई.
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भाई को देखकर खेलना शुरू किया क्रिकेट, अब बन गई हैं भारतीय टीम की स्टार खिलाड़ी