डीएनए हिंदी: पारुल चौधरी ने शानदार दमखम का परिचय देते हुए महिला 5000 मीटर स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता जबकि अनु रानी सीजन के अपने बेस्ट प्रदर्शन के साथ वूमेंस जैवलिन थ्रो स्पर्धा में शीर्ष पर रही. भारत मंगलवार को एशियाई खेलों की एथलेटिक्स स्पर्धाओं में छह पदक जीतने में सफल रहा. मेरठ की 31 साल की अनु ने अपने चौथे प्रयास में 62.92 मीटर के सत्र के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ स्वर्ण पदक जीता. श्रीलंका की नदीशा दिल्हान 61.57 मीटर और चीन की हुइहुइ ल्यु ने 61.29 मीटर के प्रयास के साथ रजत और कांस्य पदक जीते. मोहम्मद अफजल ने पुरुषों की 800 मीटर दौड़ में एक मिनट 48.43 सेकेंड के साथ रजत पदक जीता. इसी स्पर्धा में कृष्ण कुमार डिस्क्वालीफाई हो गए. तेजस्विन शंकर ने पुरुष डेकाथलन स्पर्धा में 7666 अंक के राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ रजत पदक हासिल किया. इससे पहले वह 1500 मीटर फाइनल में चौथे स्थान पर रहे थे.
GOLD FOR INDIA IN WOMEN'S JAVELIN THROW
— Manish🇮🇳 (@manibhaii16) October 3, 2023
ANU RANI HAS DONE IT.
Dominance of India in both men's and women's javelin throw now.#asiangames #AsianGames2023 pic.twitter.com/o60JdzFwgq
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अनु के स्वर्ण पदक से कुछ देर पहले ही पारुल चौधरी ने एशियन गेम्स 2023 का दूसरा और 5000 मीटर रेस में भारतीय वूमेंस स्पर्धा के इतिहास का पहला स्वर्ण पदक जीता. यह 28 वर्षीय खिलाड़ी अंतिम लैप में जापान की रिरिका हिरोनाका से पीछे चल रही थी लेकिन अंतिम 40 मीटर में उन्हें पछाड़कर 15 मिनट 14.75 सेकेंड के समय के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया. पारुल का मौजूदा एशियाई खेलों में यह दूसरा पदक है. उन्होंने सोमवार को महिला 3000 मीटर स्टीपलचेज में भी रजत पदक जीता था.
डेकाथलन में भारत ने रचा इतिहास
भारत ने एशियाई खेलों की पुरुष डेकाथलन स्पर्धा में 1974 के बाद आज पहला पदक भी जीते. विजय सिंह चौहान एशियाई खेलों की इस स्पर्धा में 1974 में पदक जीतने वाले पिछले भारतीय थे. पिछला राष्ट्रीय रिकॉर्ड भरतिंदर सिंह के नाम था जो 7658 अंक का था. प्रवीण चित्रावेल ने पुरुषों की ट्रीपल जंप स्पर्धा में 16.68 मीटर के प्रयास के साथ कांस्य पदक जीता. इसी स्पर्धा में एन अब्दुल्ला अबुबाकर 16.62 मीटर के प्रयास के साथ चौथे स्थान पर रहे. चीन के झू येमिंग (17.13 मीटर) ने गोल्ड और फेंग याओकिंग (16.93 मीटर) ने सिल्वर मेडल जीता.
400 मीटर बाधा दौड़ में विथ्या ने जीता कांस्य
इससे पहले विथ्या रामराज अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाने के बावजूद महिला 400 मीटर बाधा दौड़ स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने में सफल रही. पच्चीस साल की विथ्या ने 55.68 सेकेंड के समय के साथ तीसरा स्थान हासिल किया. बहरीन की ओलुवाकेमी मुजिदात आदेकोया ने 54.45 सेकेंड के खेलों के रिकॉर्ड समय के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया. चीन की जेदी मो ने 55.01 सेकेंड का सत्र का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए रजत पदक जीता. विथ्या ने सोमवार को 55.52 सेकेंड के निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ 1984 में बनाए पीटी ऊषा के 400 मीटर बाधा दौड़ के राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी करके अपनी हीट में शीर्ष पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था.
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विथ्या भारत की चार गुणा 400 मीटर मिश्रित रिले टीम का भी हिस्सा थी जिसने सोमवार को श्रीलंका के ‘लेन के उल्लंघन’ के कारण डिस्क्वालीफाई होने के बाद रजत पदक जीता. टीम के अन्य सदस्य मोहम्मद अजमल वरियाथोडी, राजेश रमेश और सुभा वेंकटेशन थे. पुरुष 400 मीटर बाधा दौड़ फाइनल में यशास पी (49.39 सेकेंड) और संतोष कुमार (49.41 सेकेंड) क्रमश: पांचवें और छठे स्थान पर रहे. महिला हाई जंप फाइनल में पूजा और रूबिना यादव ने अपने अभियान का अंत क्रमश: छठे और नौवें स्थान के साथ किया.
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