डीएनए हिंदी: कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में नीतू ने गोल्ड मेडल जीत लिया है. मिनिमम वेट कैटेगरी के फाइनल में उन्होंने इंग्लैंड की रेस्जटान डेमी जेड को एकतरफा मुकाबले में 5-0 से मात दी. पहले राउंड में उन्होंने शानदार मुक्के बरसाए और 5 में से 4 जजों को अपने पक्ष में फैसला देने पर मजबूर कर दिया. दूसरे दौर में नीतू ने अंग्रेज मुक्केबाज को कोई मौका नहीं दिया. तीसरे दौर में भी रेस्जटान डेमी जेड की एक नहीं चली और उन्होंने एकतरफा जीत दर्ज की. नीतू ने सेफीफाइनल में कनाडा की प्रियंका ढिल्लो को मात दी थी. नीतू भारत की मिनिमम वेट कैटेगरी में सबसे सफल भारतीय मुक्केबाजों में से एक हैं.
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21 साल की नीतू भी हरियाणा के भिवानी की रहने वाली हैं. खेलों के आखिरी दिन सबसे पहले रिंग में उतरी नीतू ने महिलाओं के मिनिममवेट (45-48 किग्रा) वर्ग के फाइनल में विश्व चैम्पियनशिप 2019 की कांस्य पदक विजेता रेस्जटान डेमी जेड को सर्वसम्मत फैसले में 5-0 से पराजित किया. राष्ट्रमंडल खेल 2022 में पदार्पण करने वाली नीतू ने गजब का आत्मविश्वास दिखाया और फाइनल में भी वह इसी अंदाज में खेली जैसे पिछले मुकाबलों में खेली थीं. उन्होंने पूरे नौ मिनट तक मुकाबले के तीनों राउंड में नियंत्रण बनाये रखा और विपक्षी मुक्केबाज को कहीं भी कोई मौका नहीं दिया. नीतू ने तेज तर्रार, सटीक मुक्कों से प्रतिद्वंद्वी को चारों खाने चित्त कर दिया.
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नीतू के पिता चंडीगढ़ सचिवालय में नौकरी करते हैं. मिनी क्यूबा के नाम से जाने जाने वाली नीतू ने शुरू से ही शानदार प्रदर्शन किया है. उन्होंने 2017 वर्ल्ड चैंपियनशिपक में गोल्ड जीता और फिर 2018 एशियन चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पर कब्जा किया था. नीतू का अपने वर्ग में दबदबा जारी रहा और उन्होंने 2018 विश्व चैंमपियनशिप में गोल्डेन पंच लगाया.
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