डीएनए हिंदी: कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (Commonwealth Games 2022) में सौरभ घोषाल (Saurav Ghosal Win Bronze) ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. कॉमनवेल्थ गेम्स में किसी भारतीय खिलाड़ी ने पहली बार स्क्वॉश सिंगल इवेंट में मेडल जीता है. जीत के बाद इस खिलाड़ी की विनम्रता ने सबका दिल जीत लिया है. मेडल पक्का होने के बाद वह बहुत भावुक नजर आ रहे थे. डबडबाई आंखों से उन्होंने दर्शकदीर्घा में बैठी पत्नी को गले लगाकर माथा चूमा और हाथ हिलाकर दर्शकों का अभिवादन किया था. कैमरे ने इस भावुक लम्हे को कैद कर लिया करोड़ों भारतीयों ने टीवी और मोबाइल स्क्रीन पर देश के बेटे को गर्व और खुशी के साथ देखा है.
Sourav Ghoshal ने देश के लिए रचा इतिहास
35 वर्षीय सौरव घोषाल ने 2018 के चैंपियन को हराकर कांस्य पदक जीता है. यह मेडल भारत के लिए ऐतिहासिक है. कहते हैं कि इतिहास बनाने वाले ही नहीं इतिहास को बनते हुए देखने वाले भी गर्व और उत्साह से भर जाते हैं. घोषाल को मेडल जीतने के बाद देखना देश के लिए ऐसा ही अनुभव था. पीएम नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें इस जीत पर बधाई दी है.
35 साल के इस खिलाड़ी ने फिटनेस और ट्रेनिंग के लिए कड़ी मेहनत की थी और उसका नतीजा मेडल के रूप में मिला है. स्टैंड में उनकी पत्नी भी महत्वपूर्ण मैच को देखने के लिए मौजूद थीं. सौरभ जीत के बाद बहुत भावुक नजर आ रहे थे और उन्होंने इसे ज़िंदगी के यादगार पलों में से एक बताया है. यह जीत इसलिए भी बड़ी है क्योंकि सौरभ ने पूर्व नंबर 1 खिलाड़ी को हराकर मेडल जीता है.
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CWG 2022 में ऐसा रहा सौरभ का सफर
भारत के शीर्ष स्क्वॉश खिलाड़ी सौरव घोषाल ने इंग्लैंड के जेम्स विलस्ट्रॉप को 11-6, 11-1, 11-4 से हराकर मेडल पक्का किया है. इससे पहले सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के पॉल कोल ने उन्हें हराया था. पॉल वर्ल्ड रैंकिंग में दूसरे नंबर पर हैं जबकि घोषाल रैंकिंग में 15वें नंबर पर है.
मूल रूप से कोलकाता के रहने वाले घोषाल को भारत में स्क्वॉश का सुपरस्टार कहा जाता है. उन्हें इस खेल में उपलब्धियों के लिए अर्जुन अवॉर्ड से भी नवाजा गया है. 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में उनके नाम सिल्वर मेडल है.
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