Wedding Card Rituals- हिंदू धर्म में विवाह को लेकर कई मान्यताएं और नियम हैं. विवाह के पहले निमंत्रण से लेकर लड़की की विदाई तक, ऐसे कई नियम हैं, जिनका पालन करना बहुत ही जरूरी है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, विवाह का सबसे पहला निमंत्रण भगवान गणेश को दिया जाता है, ताकि विवाह समारोह में किसी तरह का विघ्न न आए. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि विवाह के पहले 6 निमंत्रण किसे दिए जाते हैं और इसके पीछे की वजह क्या है?
भगवान गणेश को निमंत्रण
पहला कार्ड गणेश जी को दिया जाता है, इसके लिए शादी का कार्ड भगवान गणेश जी के मंदिर में रखा जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गणेश जी को विघ्नहर्ता कहा जाता है और हिंदू धर्म में किसी भी शुभ और मांगलिक कार्य की शुरुआत गणेश जी की पूजा से ही किया जाता है.
इसके अलावा शास्त्रो में गणेश जी को प्रथम पूजनीय कहा जाता है. इसलिए विवाह का पहला निमंत्रण भी भगवान गणेश को दिया जाता है ताकि विवाह का कार्य बिना किसी विघ्न के पूरा हो सके.
इसके बाद 5 निमंत्रण किसे दिए जाते हैं?
- इसके बाद दूसरा निमंत्रण विष्णु जी और मां लक्ष्मी को दिया जाता है, क्योंकि इनके बिना कोई भी मांगलिक कार्य पूर्ण नहीं माना जाता है.
- तीसरा निमंत्रण दिया जाता है हनुमान जी को, ताकि इस शुभ कार्य में बुरी शक्तियों का प्रभाव न पड़े.
- चौथा निमंत्रण कुलदेवी या कुलदेवता को दिया जाता है, जो पूरे कुल की रक्षा करते हैं.
- पांचवां निमंत्रण दिया जाता है पितरों को, इसके लिए पीपल के पेड़ के नीचे कार्ड रखा जाता है ताकि उनका आशीर्वाद बना रहे.
- इसके बाद, निमंत्रण मामा के घर दिया जाता है, इसके बाद ही अन्य सगे संबंधियों को शादी का न्योता दिया जाता है.
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी सामान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.)
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Wedding Invitation Rules: शादी के पहले 6 निमंत्रण किसे दिए जाते हैं? जानें क्या है इसके पीछे की बड़ी वजह