शारदीय नवरात्रि के नौ दिनों के दौरान, देवी दुर्गा अपने भक्तों के बीच निवास करती हैं. यह त्यौहार पूरे भारत में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है, जिसमें भजन, कीर्तन, रात्रि जागरण, गरबा और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान शामिल हैं. शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर से 12 अक्टूबर, 2024 तक मनाई जाएगी.
शारदीय नवरात्रि को आश्विन नवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है जो आश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होकर नवमी को समाप्त होती है, तथा अंतिम दिन दशहरा मनाया जाता है. नवरात्रि के दौरान अष्टमी और महानवमी के दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण माने जाते हैं.
शारदीय नवरात्रि 2024 अष्टमी कब है?
शारदीय नवरात्रि 2024 में महाष्टमी 11 अक्टूबर 2024 को मनाई जाएगी. संधि पूजा एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है जो इस दिन भी किया जाता है. यह दुर्गा पूजा उत्सव का आठवां दिन है.
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, आश्विन शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 10 अक्टूबर 2024 को दोपहर 12:31 बजे शुरू होगी और 11 अक्टूबर 2024 को दोपहर 12:06 बजे समाप्त होगी.
चारा (सामान्य): सुबह 6:20 से 7:47 तक
लाभ (प्रगति): 7:47 AM से 9:14 AM तक
अमृत (सबसे शुभ): सुबह 9:14 से 10:41 तक
शारदीय नवरात्रि 2024 नवमी कब है?
महाष्टमी के बाद महानवमी आएगी, जो 12 अक्टूबर 2024 को मनाई जाएगी.
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, आश्विन शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 11 अक्टूबर 2024 को दोपहर
2:06 बजे शुरू होगी और 12 अक्टूबर 2024 को सुबह 10:58 बजे समाप्त होगी.
शुभ: सुबह 7:47 से 9:14 तक
चारा (सामान्य): दोपहर 12:07 बजे से दोपहर 1:34 बजे तक
लाभ (प्रगति): दोपहर 1:34 से दोपहर 3:01 तक
शारदीय नवरात्रि में अष्टमी और नवमी क्यों हैं खास?
महाष्टमी के दिन अविवाहित लड़कियों, जिन्हें कन्याएँ भी कहा जाता है, की पूजा देवी दुर्गा के स्वरूप के रूप में की जाती है. इस अनुष्ठान को कन्या पूजा कहा जाता है और माना जाता है कि इससे देवी दुर्गा प्रसन्न होती हैं. संध्या पूजा, जो शाम को की जाती है, बहुत महत्व रखती है क्योंकि यह उस क्षण की याद दिलाती है जब देवी दुर्गा ने चंड और मुंड राक्षसों को हराया था.
महानवमी शारदीय नवरात्रि का अंतिम दिन है, जिसमें हवन और पूजा जैसे विशेष अनुष्ठान किए जाते हैं, जिसके बाद व्रत का पारण किया जाता है. ऐसा माना जाता है कि अष्टमी और नवमी को देवी दुर्गा की पूजा करने से नवरात्रि के सभी नौ दिनों का पूरा फल मिलता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो लोग शारदीय नवरात्रि के दौरान देवी की पूजा करते हैं, उन्हें खुशी, शक्ति, जीवन शक्ति, आत्मविश्वास और ऊर्जा में वृद्धि का अनुभव होता है.
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अष्टमी और नवमी कब है? जानिए तारीख, मुहूर्त और सबकुछ