हर हिंदू घर में आपको मंदिरा जरूर मिल जाएगा. कुछ घरों में छोटा मंदिर होता है तो कुछ घरों में बड़ा. मंदिरा में भगवान की विभिन्न प्रकार की मूर्तियां भी होती हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि वास्तुशास्त्र में घर के मंदिर या मंदिर में रखी भगवान की मूर्ति या तस्वीर की दिशा के साथ उसकी लंबाई भी सही होनी चाहिए. मंदिर ऐसी जगह होना चाहिए जब आप पूजा करें तो आपका मुख पूर्व की ओर हो. वहीं घर के मंदिर में भगवान की मूर्ति कितनी बड़ी होनी चाहिए ये भी जान लें.
मूर्ति 3 इंच से बड़ी नहीं होनी चाहिए
घर के मंदिर पर बड़ी मूर्ति न रखें. शास्त्रों के अनुसार देवी-देवताओं की मूर्तियों की ऊंचाई 3 इंच से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. मूर्ति आपके अंगूठे की ऊंचाई की होनी चाहिए. अंगूठे से बड़ी मूर्तियां मंदिर में नहीं होनी चाहिए. बड़े आकार की मूर्तियों की पूजा करते समय कई नियमों का पालन करना पड़ता है. इनकी पूजा में छोटी सी गलती भी अशुभ मानी जाती है. यह जानकारी ज्योतिषाचार्य पंडित गोविंद पांडे ने दी.
शिवलिंग छोटा होना चाहिए
कुछ लोग घर के मंदिर में भी शिवलिंग की तस्वीर लगा देते हैं. ये सही नहीं है. शिवलिंग का साइज अगर बड़ा है तो आपको इसके कई दोष मिलेंगे. ऐसे में मंदिर में रखे गए शिवलिंग का आकार भी अंगूठे के बराबर होना चाहिए. घर में इससे बड़ा शिवलिंग नहीं होना चाहिए.
खंडित मूर्तियां न रखें
घर के मंदिर पर कभी भी खंडित मूर्तियां न रखें. उन मूर्तियों को तुरंत मंदिर से हटा दें. ऐसी मूर्तियों को नदी-तालाब या पीपल के पेड़ के नीचे रख देने चाहिए. किसी मंदिर में भगवान की टूटी हुई तस्वीर या मूर्ति रखना अशुभ माना जाता है.
मंदिर में तांबे-पीतल की मूर्तियां रखें
घर के मंदिर में आप मिट्टी की मूर्तियों को जगह तांबे-पीतल की मूर्ति रखेंगे तो इसके खंडित होने का डर नहीं रहेगा और इन्हें नहलाना और साफ करना भी आसान होगा.
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी सामान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.)
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घर के मंदिर में भगवान की मूर्तियों की ऊंचाई कितनी होनी चाहिए? पूजा से पहले ये नियम जान लें