डीएनए हिंदीः घर के सामने मंदिर को देखकर आप खुश तो जरूर होते होंगे लेकिन क्या वास्तु के हिसाब से घर के सामने या घर के प्रांगण में मंदिर होना शुभ होता है? मंदिर हमेशा शुभ ऊर्जा का स्रोत होते हैं. लेकिन घर के ठीक सामने मंदिर होना वास्तु शास्त्र के अनुसार शुभ नहीं होता है. खासतौर पर अगर किसी घर में मंदिर की छाया पड़ती हो तो और भी. इतना ही नहीं, घर के प्रांगण में मंदिर भी होना शुभ नहीं होता है. यहां घर के अंदर से मतलब उस मंदिर से नहीं है जो अमूमन घर में होते हैं. यहां मंदिर होने का मतलब है कि प्राण-प्रतिष्ठा के साथ भगवान का मंदिर होने से है.
वास्तु में घर के प्रांगण या सामने दोनों तरह के मंदिर का होना घर के सदस्यों के जीवन में कई तरह के संकट पैदा करने वाला बताया गया है. जानिए वास्तु शास्त्र इस बारे में क्या कहता है-
1. कई लोग मंदिर या मंदिर के सामने घर बनाना शुभ मानते हैं. लेकिन वास्तु शास्त्र कहता है कि मंदिर के पास घर बनाना शुभ नहीं होता है. इस कारण कभी भी दुर्गा या चंडी मंदिर के पास घर न बनाएं और न ही खरीदें. इसके अलावा कुछ और मंदिर भी हैं जिनके पास घर बनाना शुभ नहीं होता है.
2. घर का प्रवेश द्वार किस दिशा में खुलता है, इसपर भी ध्यान दें. वास्तु शास्त्र के अनुसार प्रवेश द्वार के सामने सूर्य, ब्रह्मा, विष्णु या शिव का मंदिर नहीं होना चाहिए. इसके अलावा यदि आसपास कोई अन्य मंदिर हो तो यह सुनिश्चित करें कि उसकी छाया घर पर न पड़े.
3. घर की दोगुनी ऊंचाई तक या घर के सामने भी कोई मंदिर या देवालय नहीं होना चाहिए. इसके अलावा पूर्व, उत्तर और पूर्वी कोने में बड़े पत्थर, बड़े टीले या खम्भे न हों तो बेहतर है.
5. वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के सामने कीचड़ से लेकर सामने पेड़, दीवारें, कोने, खाई, कुआं या उनकी छाया भी नहीं होनी चाहिए. साथ ही वहां कब्रिस्तान, लंबी गलियां या कोई रुकावट नहीं होनी चाहिए. यदि ऐसी कोई बाधा हो तो उस स्थान पर घर न बनाएं और न ही खरीदें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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घर के सामने मंदिर का होना शुभ है या अशुभ, मकान लेने से पहले जान लें वास्तु नियम