Bad Rahu Signs: ज्योतिष में 9 ग्रह है, इनमें कई ग्रहों को शुभ तो कुछ अशुभ प्रभाव दिखाई देते हैं. इन्हीं में राहु केतु भी शामिल हैं. राहु और केतु दोनों ही ग्रहों को क्रूर और पापी ग्रह माना गया है. शनि की तरह राहु-केतु भी कुंडली में नकारात्मक स्थिति में हों तो जीवन में व्यक्ति को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं राहु के शुभ होने पर व्यक्ति को राजा जैसी जिंदगी मिलती है. राजनीति से लेकर करियर तक में ऊंचा मुकाम पाता है. आइए जानते हैं कि कैसे पहचान करें कि राहु खराब है या फिर आपका अच्छा. इसको लेकर ये घटनाएं राहु के अच्छे और बुरे होने का संंकेत देती हैं...
राहु को माना जाता है राक्षसी ग्रह
राहु ग्रह राक्षसी सांप का मुखिया है. राहु ग्रह एक छाया है, छाया का व्यक्ति के जीवन पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है. राहु के गुण रोग, शत्रुता और ऋण होते हैं. वहीं कुंडली में राहु के मजबूत स्थिति में होने पर व्यक्ति ज्यादा धार्मिक हो जाता है. वहीं राहु खराब स्थिति में होने पर कई अनैतिक कार्यों में ढकेल देता है. इसके साथ ही बीमारियां, कर्ज और नशे की लत देता है.
राहु बनाता है अशुभ योग
कुंडली में राहु अगर किसी अन्य ग्रह के साथ बैठ जाता है तो इसका अशुभ असर देखने को मिलता है. यह कई अशुभ योग बनाता है. इनमें कुंडली में सूर्य और राहु की युति से पितृ दोष, शनि और राहु की युति से श्रापित दोष बनता है. इसके साथ ही चंद्र और राहु की युति से ग्रहण दोष, गुरु और राहु की युति से गुरु चांडाल योग बनता है. वहीं शुक्र और राहु की युति से पत्भर्थ दोष आदि बनते हैं.
राहु के नीच होने के लक्षण
जब भी व्यक्ति की कुंडली में राहु की स्थिति खराब होती है. यानी राहु नीच का होता है. तब व्यक्ति को पेट संबंधी समस्या, खराब रिश्ते, माइग्रेन से लेकर भ्रम की स्थिति पैदा होती है. व्यक्ति को फैसले लेने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसके अलावा आर्थ्कि नुकसान झेलना पड़ता है. इससे व्यक्ति के द्वारा लोगों से तालमाल में कमी आती है. बोलचाल खराब हो जाती है. व्यक्ति को बार बार गुस्सा आता है. दुर्घटना से लेकर मानहानि का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है.
ये हैं राहु शांत करने के उपाय
राहु मन को भ्रमित करता है. यह गुस्से से लेकर बीमारी की वजह बनता है. ऐसे में राहु ग्रह से पीड़ित लोगों को योग ध्यान जरूर करना चाहिए. हर दिन शिव की पूजा करें. इसके साथ ही "ऊं नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें. भगवान भैरव नाथ के मंदिर में जाकर सरसों के तेल का दीपक जलाने से भी राहु शांत होता है. वहीं हर दिन हनुमान चालीसा पढ़ने से राहु के अशुभ प्रभाव कमजोर पड़ जाते हैं.
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी सामान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.)
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जीवन में बार बार हो रही ये समस्याएं तो समझ लें कि खराब है आपका राहु, ये उपाय करते ही बदल जाएगी जिंदगी