प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने शुक्रवार को भारत मंडपम में पहले नेशनल क्रिएटर्स अवॉर्ड में (National Creators Award 2024) हिस्सा लिया. इसमें पीएम मोदी ने जया किशोरी को बेस्टर क्रिएटर फॉर सोशल चेंज अवॉर्ड देकर सम्मानित किया. इस मौके पर कथावाचक जया किशोरी ने कहा कि आज के समय में अध्यात्म की सबसे ज्यादा जरूरत युवाओं को है. वह बताती हैं कि श्रीकृष्ण ने अर्जुन को कभी नहीं कहा कि अपना राज्य छोड़ दो, आप जहां भी हो अपना धर्म पूरा करो.
दरअसल भगवान श्रीमद्भागवत का पाठ और कथावाचन (Kathavachak And Motivational Jaya Kishori) करने वाली जयाकिशोरी का जन्म 13 अप्रैल 1995 में राजस्थान के सुजानगढ़ में हुआ था. ब्रह्माण परिवार में जन्मी जयाकिशोरी मात्र 6 साल की उम्र से ही श्रीमद्भागवत का पाठ करने लगी थी. वह अब तक 100 से भी ज्यादा कथा कर चुकी हैं. देश ही नहीं दुनिया भर में मशहूर हो चुकी जयाकिशोरी बताती हैं कि उनके घर में बचपन ही भजन संध्या होती थी. दादा दादी ने उन्हें धर्म के बारें काफी कुछ बताया था. यही से उन्होंने श्रीमद्भागवत पढ़ना शुरू किया.
#WATCH | Delhi: At the first ever National Creators Award, Prime Minister Narendra Modi presents the Best Creator for Social Change award to Jaya Kishori at Bharat Mandapam. pic.twitter.com/cJzxGhZbTQ
— ANI (@ANI) March 8, 2024
6 साल की उम्र में शुरू किया कथावाचन
जयाकिशोरी ने मात्र 6 साल की उम्र में ही श्रीमद्भागवत कथावाचन शुरू कर दिया था. उनकी भगवान श्री कृष्ण में बड़ी आस्था है. पढ़ाई करने के साथ ही जयाकिशोरी नियमित रूप से कथावाचन करती थी. जयाकिशोरी को श्रीमद्भागवत गीता पूरी तरह से कंठस्थ है. वह सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं. जयाकिशोरी के सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से लेकर यूट्यूब तक पर लाखों फॉलोवर्स हैं. जयाकिशोरी गीता के उपदेशों और अर्थ लोगों को समझाती हैं.
कथावाचक से बनी मोटिवेशनल स्पीकर
कथावाचक के साथ ही जयाकिशोरी अब मोटिवेशनल स्पीकर भी बन गई हैं. उनके विचार और कोट्स सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं. जयाकिशोरी कहती हैं कि भगवान नाम सिर्फ बुजुर्ग नहीं युवाओं को भी लेना चाहिए. धर्म के रास्ते पर चलना चाहिए.
जया किशोरी की नेट वर्थ और फीस
जया किशोरी की नेटवर्थ करोड़ों में हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जया श्रीमद्भागवत गीता के वाचन के लिए करीब 9 लाख 50 हजार रुपये की फीस लेती हैं. फीस का आधे से भी ज्यादा हिस्सा जया किशोरी दान में देती हैं. वह नारायण सेवा संस्थान को दान करती हैं. यह संस्था दिव्यांगों के लिए काम करती है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जयाकिशोरी की नेटवर्थ 1.5 से 2 करोड़ रुपये है.
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Pm Modi ने जया किशोरी को किया सम्मानित, कथावाचक से मोटिवेशनल स्पीकर बनने तक की कहानी