डीएनए हिंदीः हिंदू पंचाग के अनुसार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन नरक चतुर्दशी यानी छोटी दीपावली मनाई जाती है. इस दिन को कई जगह चौदस, चतुर्दशी या नरक पूजा के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन यमराज की पूजा और उनके नाम पर दीपदान करने का विधान होता है.
साथ ही इस दिन भगवान श्रीकृष्ण, शिवजी और हनुमान जी की पूजा भी होती है. नरक चतुर्दशी को लेकर कई पौराणिक कथाएं हैं. तो चलिए जानें इस बार नरक चतुर्दशी कब है, इसका महत्व क्या है और इसे मनाने की मान्यता क्या है. साथ ही पूजा और दीप दान का शुभ समय भी जानें.
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नरक चतुर्दशी डेट और शुभ मुहूर्त
कार्तिक कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि 23 अक्टूबर 2022 शाम 06ः03 बजे से 24 अक्टूबर शाम 05ः27 बजे तक रहेगी. . इस बार नरक चतुर्दशी 23 अक्टूबर 2022 को रात्रि 11ः42 से रविवार 24 अक्टूबर 2022 को दोपहर 12ः33 बजे तक रहेगी. इसलिए उदया तिथि के अनुसार नरक चतुर्दशी का पर्व 24 अक्टूबर 2022 को मनाया जाएगा, लेकिन यम की दीपक 23 की रात में रखा जाएगा. पूजा कार्य 24 अक्टूबर को 12 बजे से पहले तक कर लेना होगा. इसके बाद अमावस्या लग जाएगी.
इस बार 24 अक्टूबर और 25 अक्टूबर दोनों दिन ही अमावस्या तिथि पड़ रही है. लेकिन 25 अक्टूबर को अमावस्या तिथि प्रदोष काल से पहले ही समाप्त हो रही है इसलिए 24 अक्टूबर को ही दीपावली होगी.
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नरक चतुर्दशी की मान्यता
नरक चतुर्दशी के दिन यमराज की पूजा और रात में दीपदान का विधान होता है. मान्यता है कि नरक चतुर्दशी के दिन यमराज की पूजा से अकाल मृत्यु का डर खत्म होता है. इसके अलावा नरक चतुर्दशी की पूजा करने से पापकर्म नष्ट होते हैं. इस दिन शाम को मुख्यद्वार के दोनों ओर दो दीपक रखना चाहिए. साथ ही पूरे परिवार के घर में आने और खाने-पीने के बाद यम के नाम का दीपक निकालना चाहिए. इस दीपक को घर के बाहर किसी नाली या कूड़े के पास रखा जाता है.
नरक चतुर्दशी भगवान श्रीकृष्ण की करें पूजा
नरक चतुर्दशी के दिन भगवान कृष्ण, काली माता, भगवान शिव, हनुमान जी और विष्णु जी के वामन अवतार का भी पूजन भी करना चाहिए. ध्यान रखें कि घर के ईशान कोण में सभी देवी-देवताओं की प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए. इसके बाद सभी देवताओं की देवताओं को तिलक लगाएं और दीपक जलाएं. फिर मंत्रों का जाप करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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कब है नरक चतुर्दशी, नोट कर लें डेट, जानें यम पूजा का शुभ मुहूर्त