डीएनए हिंदी: आज पूरे देश में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ से हनुमान जन्मोत्सव (Hanuman Janmotsav 2022) मनाया जा रहा है. चारों ओर पवनपुत्र की पूजा-अर्चना की जा रही है. उन्हें गेहूं के आटे की रोटी और चूरमे का भोग लगाया जा रहा है, चोला चढ़ाया जा रहा है. साथ ही भक्त तेल में नारंगी रंग का सिंदूर घोलकर भी संकटमोचक को अर्पित कर रहे हैं. मान्यता है कि हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाने से वे जल्दी प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों के सारे कष्ट दूर कर, उनकी हर मनोकामनाएं पूरी करते हैं.
हनुमान जी को क्यों पसंद है सिंदूर?
पवनपुत्र को सिंदूर बेहद पसंद है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक दिन हनुमान जी ने माता सीता के सिंदूर को देखकर पूछा कि आप इसे अपने माथे पर क्यों लगाती हैं. इसके जवाब में माता ने प्रसन्न होकर बताया कि यह सिंदूर उनके सुहाग की निशानी है और इसे देखकर प्रभु श्रीराम भी बहुत प्रसन्न होते हैं.
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बस फिर क्या था, हनुमान जी ने सोचा कि माता सीता तो थोड़ा सा ही सिंदूर लगाती हैं, मैं अपने पूरे शरीर पर ही सिंदूर लगा लेता हूं इससे तो श्रीराम बहुत ही अधिक प्रसन्न हो जाएंगे. इसके बाद हनुमान जी ने बड़े प्रेम से अपने शरीर को सिंदूर से रंग लिया और राम दरबार में पहुंच गए. उनका ऐसा रूप देखकर सब हंसने लगे लेकिन जब इसके पीछे की वजह जानी तो भगवान राम ने प्रसन्न होकर हनुमान जी को गले से लगा लिया. यही वजह है कि सिंदूर चढ़ाने से हनुमान जी बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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Hanuman Janmotsav 2022: हनुमान जी को क्यों पसंद है सिंदूर? भगवान राम से जुड़ी है वजह