डीएनए हिंदी: ज्योतिष शास्त्र में ग्रह उपायों के साथ ही रत्नों का बड़ा महत्व माना गया है. ज्योतिष की मानें तो ग्रहों के अनुसार और उसमें बताएं तरीके से रत्न धारण करने पर व्यक्ति का जीवन बदल जाता है. भाग्य बदलने में ज्यादा समय नहीं लगता. व्यक्ति के लिए तरक्की के रास्ते खुल जाते हैं. धन और एश्वर्या की कमी नहीं रहती. ज्योतिषाचार्य प्रीतिका मोजुमदार ने बताया कि राशि और कुंडली में ग्रहों की स्थिति अनुसार पहने जाने वाले रत्न रंक से राजा बना देते हैं. यह सफलता में आ रही बाधा, कलह और कलेश को खत्म कर जीवन में सुख समृद्धि देते हैं. इन्हीं रत्नों में से एक रत्न हीरा भी है, जिसे धारण करते ही व्यक्ति की किस्मत हीरे की तरह चमक जाती है.
ज्योतिषाचार्य के अनुसार, जो लोग दिखावे या फिर गलत तरीके से हीरा धारण करते हैं. उन्हें इसका लाभ नहीं मिलता. कुंडली, ग्रह दशा और राशिानुसार ही विधि विधान से हीरा धारण करने पर किस्मत चमक जाती है. हर काम में सफलता और लाभ मिलना शुरू हो जाता है. हीरा धारण करने से शुक्र ग्रह की स्थिति मजबूत होती है, जो जीवन में खूब धन दौलत देता है. जीवन राजा जैसा बीतता है. हीरा कुछ लोगों का भाग्यशाली तो कुछ के लिए बेहद खराब भी होता है. आइए जानते हैं हीरा कब और कैसे धारण करना चाहिए...
इन्हें पहनना चाहिए हीरा
ज्योतिषाचार्य प्रीतिका मोजुमदार के अनुसार, हीरा भाग्योदय का कारण बन सकता है. इसे वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, मकर और कुंभ राशि वाले धारण कर सकते हैं. कुंडलजी में शुक्र की स्थिति मजबूत करने के लिए हीरा धारण किया जा सकता है. कुंडली में मंगल, गुरु और शुक्र ग्रह एक साथ विराजमान हो तो हीरा धारण करने से बचना चाहिए. वहीं मूंगा और माणिक के साथ हीरा नहीं पहनना चाहिए. हीरा धारण करने से पहले अच्छे एस्ट्रॉलोजर सलाह जरूर लेनी चाहिए.
कब धारण करें हीरा
कुंडली में शुक्र ग्रह की स्थिति कमजोर होने पर हीरा धारण कर सकते हैं. इसे शुक्रवार के दिन धारण करना ही शुभ होता है. हालांकि इसे पहले इसकी शुद्धि जरूरी है. अगर इसे कुंडली और शुक्र को मजबूत करने के लिए पहन रहे हैं तो ज्योतिषाचार्य से जरूर सलाह लें. बिना सोचे समझे हीरा धारण करना नुकसानदायक भी हो सकता है.
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ऐसे धारण कर सकते हैं हीरा
हीरे को धारण करने के लिए इसे सोने या चांदी की चीज में जड़वाकर पहना जा सकता है. हीरा धारण के लिए सबसे शुभ दिन शुक्रवार होता है. शुक्रवार के दिन गंगाजल, दूध और शहर लेकर हीरे की शुद्धि करें. इसके बाद माता लक्ष्मी के चरणों में इसे अर्पित कर दें. माता की विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करें. कुछ देर बाद इस रत्न को धारण कर लें. इसे हीरे का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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रंक से राजा बना देगा ये एक रत्न, ज्योतिष के हिसाब से धारण करने पर ही मिलेगा लाभ