डीएनए हिंदीः दिवाली की रात अमावस्या की रात होती है और ये दिन तंत्र-शक्ति और तांत्रिकों के लिए भी बेहद खास होता है. अमावस्या (Amavasya) की इस रात को कालरात्रि, महानिशा, दिव्यरजनी और महाकृष्णा भी कहा जाता है (Diwali 2022). अमावस्या की रात तांत्रिक और अघोरी अपनी शक्तियों को सिद्ध करते हैं. तंत्रशास्त्रों में उल्लेख मिलता है कि कुछ खास दिनों में की गई तंत्रिक साधना विशेष फल देती हैं, इनमें दशहरा, नवरात्रि और दिवाली शामिल हैं. दीपावली की रात को इन सबसे खास शक्तिशाली माना गया है जिसे तंत्रशास्त्र की महारात्रि कहा जाता है.
दिवाली के दिन किए जाने वाले टोटके होते हैं अधिक प्रभावशाली (Diwali Tantra Mantra Sadhna in Hindi)
तमाम मान्यताओं व ग्रंथों की मानें तो जादू-टोना, व टोटका आदि का संबंध ऋग्वेदकाल से माना जाता है. अथर्ववेद में भी इसका जिक्र मिलता है. माना जाता है कि दीपावली के पांच दिनों में खास करके दिवाली की रात कई तांत्रिक अनेक प्रकार की तंत्र साधनाएं करते हैं. इस दिन वे कई प्रकार के तंत्र-मंत्र अपना कर शत्रुओं पर विजय पाने, गृह शांति बढ़ाने, लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने और जीवन में आ रही कई तरह की बाधाओं से मुक्ति पाने के लिए विचित्र टोने-टोटके अपनाते हैं. इसके अलग अलग रूप हैं. इसमें टोना, टोटका, उपाय, उतारा, साधना सिद्धि आदि प्रमुख हैं. अधिकतर टोना का उपयोग शत्रु के अनिष्ट के लिए किया जाता है और टोटका स्वार्थ पूर्ति के लिए किया जाता है.
तंत्रशास्त्र अनुसार दीपावली पर किए गए टोटके बेहद प्रभावशाली होते हैं. इस दिन मंत्र जगाए जाते हैं व विशेष सिद्धियों पर विजय पाई जाती है.
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दिवाली पर टोने-टोटके से रहे सावधान
तंत्र-मंत्र और टोने-टोटके कई जगहों पर नवरात्रि के आरंभ होते ही शुरू हो जाता है और दिवाली तक चलता है. ऐसे में लोग सजग हो जाते हैं. यह केवल गांवों और कस्बों तक ही सीमित नहीं बल्कि छोटे-बड़े शहरों में भी किए जाते हैं. ऐसे में इस दौरान जब किसी दूसरे के घर से मिष्ठान आता है तो लोग उसमें से थोड़ा मिष्ठान निकाल कर फेंक देते हैं. जिसके बाद ही वह परिवार के सदस्यों को दिया जाता है. कहा जाता है ऐसा करने से अगर खाने में कोई टोना-टोटका किया गया होगा तो परिजनो पर इसका दुष्प्रभाव नहीं पड़ेगा.
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कुछ लोग ऐसी स्थिति में नजर उतारने के लिए थोड़ा सा नमक हाथों में लेकर नजर व टोना उतारते हैं, जिसके बाद उसे पानी में बहा दिया जाता है. कहा जाता है ऐसा करने से बुरी बलाएं पास नहीं फटकती. इस दौरान लड़कियों को बाल खोल कर घूमने से मना किया जाता है साथ ही घर के छत या सुनसान जगहों पर खेलने से भी मना किया जाता है. इसके अलावा दीपावली पर अनेक प्रकार के शास्त्रीय कवच अपनाकर व यंत्र पहनकर ऐसी नकारात्मक शक्तियों से बचा जा सकता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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दिवाली की रात तंत्र-मंत्र की होती है साधना, नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव से ऐसे बचें