डीएनए हिंदीः वैदिक ज्योतिष (Jyotish) में सभी धातुओं का संबंध किसी न किसी ग्रहों से बताया गया है. ऐसे में इन धातुओं को धारण करने से जातक को ग्रह के शुभ-अशुभ परिणाम देखने को मिलते हैं. आपकी कुंडली (Kundli) में कोई ग्रह कमजोर स्थिति में हो तो उस ग्रह से संबंधित धातु को धारण करने से उसके अशुभ प्रभाव से बच सकते हैं. आज हम आपको सूर्य ग्रह से संबंधित तांबे (Copper Ring) के बारे में बताने वाले हैं. सूर्य ग्रह को सबसे अधिक शक्तिशाली ग्रह माना जाता है. तांबे (Copper Ring) को सूर्य ग्रह का कारक धातु माना जाता है. ऐसे में तांबे का छल्ला धारण करने (Copper Ring Wearing Rules) से सूर्य देव की कृपा (Copper Ring For Surya Dev Blessings) प्राप्त की जा सकती है.
तांबे के छल्ला धारण करने के लाभ
- तांबे का छल्ला अंगूली में धारण करने से कुंडली में सूर्य और मंगल की स्थिति मजबूत होती है. यह स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है. इसे धारण करने से पेट खराब नहीं होता है.
- तांबे की अंगूठी को अनामिका में धारण करने से जातक को मंगल और सूर्य ग्रह संबंधी दोष का सामना नहीं करना पड़ता है.
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- इसे धारण करने से करियर में सफलता मिलती है और इससे सभी सूर्य ग्रह संबंधित दोषों से भी मुक्ति मिलती है. यह मानसिक तनाव भी दूर करता है.
- सूर्य ग्रह के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए तांबे के छल्ले के साथ ही तांबे का सिक्का भी धारण कर सकते हैं. आप तांबे के सिक्के में सुराग करके इसे गले या हाथ में बांध सकते हैं.
- तांबे का लॉकेट शनिवार, सोमवार और मंगलवार के दिन धारण करना शुभ होता है. इसे स्नान करने के बाद पूजा-पाठ कर सभी नियमों के साथ धारण करना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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तांबे का छल्ला धारण करने से दूर होगी करियर में आ रही बाधाएं, मानसिक तनाव से भी मिलेगा छुटकारा