डीएनए हिंदीः इस बार तिथियां दो दिन होने के कारण त्यौहारों की सही डेट को लेकर कंफ्यूजन खूब है. तो आपको धनतेरस से दिवाली और भाईदूज तक के त्योहारों की सही डेट बता दे रहे हैं. किस दिन किस त्यौहार को मनाया जाएगा.
इस बार दिपावली के समय सूर्यग्रहण की भी बात सामने आ रही है, सूर्य ग्रहण कब लगेगा और दिवाली पर इसका असर होगा या नहीं, यह भी जान लें. इस बार दिवाली 2022 (Diwali 2022) का पंच दिवसीय त्योहार 22 अक्टूबर से शुरू होने जा रहा है. दिवाली का ये पर्व धनतेरस (Dhanteras) से शुरू होता है और भाई दूज पर खत्म होता है.
यह भी पढ़ें: करवा चौथ पर बनेगा दुर्लभ योग, चंद्र अर्घ्य शुभ समय, मंत्र और पूजा विधि जान लें
धनतेरस के दिन खरीददारी का विशेष महत्व है. माना जाता है कि इससे घर में बरकत होती है. साथ ही इस दिन शाम के समय दीपदान भी किया जाता है. इसके अगले दिन नरक चतुर्दशी (Naraka Chaturdashi) होती है. इस दिन अकाल मृत्यु से परिवारीजनों की रक्षा के लिए यमराज को समर्पित एक दीपक जलाया जाता है.
इसके अगले दिन दीपावली (Deepawali) का पर्व मनाया जाता है. लेकिन इस बार नरक चतुर्दशी और दीपावली, दोनों एक ही दिन 24 अक्टूबर को होंगे. वहीं दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) होती है, वो भी इस बार अगले दिन यानी 25 अक्टूबर को नहीं होगी क्योंकि इस दिन सूर्य ग्रहण लग जाएगा. गोवर्धन पूजा इस बार 26 अक्टूबर को होगी और 27 अक्टूबर को भाई दूज (Bhai Dooj) के साथ इस पर्व का समापन होगा.
यह भी पढ़ें: अधूरा रहता है इन चीजों के बिना करवाचौथ का व्रत, जानिए इन 6 चीजों का महत्व
23 अक्टूबर धनतेरस
त्रयोदशी 22 अक्टूबर को शाम 6 बजकर 2 मिनट पर शुरू हो जाएगी और इसका समापन 23 अक्टूबर को शाम 06 बजकर 03 मिनट पर होगा. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग पूरे दिन है और दोपहर 02:33 से अमृत सिद्धि योग शुरू होगा जो पूरे दिन रहेगा. इन दोनों योग के कारण धनतेरस बेहद शुभ होगी.
धनतेरस पर खरीददारी और दीपदान का शुभ मुहूर्त
सोना-चांदी, जमीन, मकान,वाहन आदि किसी भी तरह की खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 08:17 से शुरू होकर शाम 04:30 तक रहेगा. शाम 04:30 बजे से राहुकाल शुरू हो जाएगा जो 6 बजे तक रहेगा. इस बीच खरीददारी करने से परहेज करें. इसके बाद शाम 6 बजे से लेकर रात 11:05 मिनट तक खरीददारी की जा सकती है. दीपदान का शुभ समय शाम 07:17 मिनट से 08:53 मिनट तक है.
24 अक्टूबर नरक चतुर्दशी और दिवाली
23 अक्टूबर को शाम 06 बजकर 04 मिनट से नरक चतुर्दशी लग जाएगी जो 24 अक्टूबर को शाम 05:27 तक रहेगी. शाम 05:28 मिनट से अमावस्या शुरू हो जाएगी, जो 25 अक्टूबर को शाम 04:18 मिनट तक रहेगी. ऐसे में नरक चतुर्दशी और दिवाली दोनों एक ही दिन मनाए जाएंगे.
यह भी पढ़ें: नवविवाहित पुरुषों के लिए बेहद खास है शरद पूर्णिमा की रात, जानिए वजह
दीपदान और पूजा का शुभ समय
नरक चतुर्दशी के दिन दीपदान का शुभ समय शाम 5 से 6 बजे तक रहेगा. शाम को 06 बजकर 43 मिनट से दिवाली की पूजा का अति शुभ समय शुरू हो जाएगा जो रात 08 बजकर 40 मिनट तक रहेगा. दिवाली का शुभ समय रात 08 बजकर 40 मिनट से 10:43 मिनट तक रहेगा. दिवाली की पूजा के बाद पूरे घर को दीपदान से रोशन करें. किसी विशेष कार्य सिद्धि के लिए रात में पूजा का शुभ समय 01:21 मिनट से 03:36 मिनट तक रहेगा.
26 अक्टूबर गोवर्धन पूजा शुभ समय 26 अक्टूबर
इस बाद गोवर्धन पूजा दिवाली के अगले दिन नहीं की जा सकेगी क्योंकि अगले दिन सूर्य ग्रहण होगा. ग्रहण में किसी भी तरह की पूजा वर्जित मानी गई है. इसलिए गोवर्धन पूजा 26 अक्टूबर को होगी. गोवर्धन पूजा का शुभ समय शाम को 06:39 मिनट से रात 08:20 मिनट तक रहेगा.
यह भी पढ़ें: किसी को धन लाभ तो किसी को होगा तनाव, जानें अपना राशिफल
27 अक्टूबर भाई दूज शुभ समय
27 अक्टूबर को भाई दूज के साथ दिवाल पर्व का समापन होगा. इस दिन पूरे दिन द्वितीया तिथि रहेगी, ऐसे में आप राहुकाल को छोड़कर कभी भी भाई को टीका कर सकती हैं. राहुकाल का समय दोपहर 01:30 से दोपहर 30 बजे तक होगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर
- Log in to post comments
22 अक्टूबर से शुरू होगा दिवाली का पंच दिवसीय त्योहार, धनतेरस से भाईदूज तक का ये रहा कलेंडर