Mahakumbh Prayagraj: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले का आज 28वां दिन है. यहां संगम में स्नान के लिए लगातार भक्तों की भीड़ बढ़ रही है. महाकुंभ में आम जन के साथ ही बड़ी हस्तियां और नेता भी स्नान के लिए पहुंच रहे हैं. आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाएंगी. वहीं, उत्तराखंड सीएम धामी महाकुंभ का दौरा करेंगे. पूर्व मुख्य न्यायधीश रंजन गोगोइ भी आज संगम स्नान करेंगे.
आठ घंटे से ज़्यादा समय तक चलने वाली अपनी इस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति महाकुंभ की भव्यता और आध्यात्मिक महत्व का अनुभव करेंगी. वह पवित्र अक्षय वट और बड़े हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना भी करेंगी. इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे.
राष्ट्रपति मुर्मू अपने दिन की शुरुआत संगम में स्नान से करेंगी, जहां वह त्रिवेणी संगम में औपचारिक डुबकी लगाकर सनातन धर्म में गहरी आस्था को मजबूत करेंगी.
इसके बाद राष्ट्रपति पवित्र अक्षय वट वृक्ष के दर्शन करेंगी, जिसे सनातन संस्कृति में अमरता का प्रतीक माना जाता है, और पूजा-अर्चना करेंगी. हिंदू धर्म में इस स्थान का बहुत महत्व है और प्राचीन ग्रंथों में इसका उल्लेख है. वह बड़े हनुमान मंदिर भी जाएंगी, जहां वह देश की खुशहाली और समृद्धि के लिए प्रार्थना करेंगी.
धार्मिक आयोजनों को आधुनिक तकनीक से जोड़ने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी की पहल का समर्थन करते हुए मुर्मू डिजिटल महाकुंभ एक्सपीरियंस सेंटर का दौरा करेंगे. यह केंद्र उन्नत डिजिटल उपकरणों के माध्यम से महाकुंभ मेले के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करता है, जिससे देश-विदेश के श्रद्धालु इस आयोजन की भव्यता को और करीब से अनुभव कर सकेंगे.
राष्ट्रपति शाम को प्रयागराज से नई दिल्ली के लिए रवाना होंगी. राष्ट्रपति के दौरे को देखते हुए पूरे शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
रेलवे ने महाकुंभ में भीड़ प्रबंधन के लिए एकल दिशा योजना शुरू
इस योजना के तहत प्रयागराज जंक्शन में प्रवेश केवल शहर की ओर से प्लेटफार्म नंबर 1 के माध्यम से किया जाएगा, जबकि निकास प्लेटफार्म 6 और 10 का उपयोग करके सिविल लाइंस की ओर से किया जाएगा.
रेलवे डिवीजन के पीआरओ अमित सिंह के अनुसार इस उपाय का उद्देश्य भीड़भाड़ को रोकना और यात्रियों की आवाजाही को सुव्यवस्थित करना है.
यात्रा के अनुभव को और भी सुविधाजनक बनाने के लिए, रंग-कोडित टिकट और निर्दिष्ट आश्रय स्लॉट शुरू किए गए हैं. यात्रियों के गंतव्य के आधार पर वर्गीकृत ये आश्रय अस्थायी टिकट काउंटर, शौचालय और प्रतीक्षा क्षेत्रों से सुसज्जित हैं. इसके अतिरिक्त, आरक्षित टिकट धारकों को गेट नंबर 5 से प्रवेश दिया जाएगा.
यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी निर्धारित ट्रेन प्रस्थान से पहले ही पहुँच जाएँ. सिविल पुलिस के सहयोग से, स्थानीय टैक्सी, ऑटो और ई-रिक्शा चालकों से यातायात की भीड़ को रोकने और तीर्थयात्रियों के लिए निर्बाध पारगमन सुनिश्चित करने के लिए एकल-दिशा योजना का पालन करने का आग्रह किया गया है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महाकुंभ में सूर्य को दिया अर्घ्य, भीड़ रोकने के लिए संगम स्टेशन करना पड़ा था बंद