डीएनए हिंदी: अध्यात्म से कई प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं किन्तु इसे पूर्ण करने के लिए कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक होता है. इसी प्रकार से हिन्दू धर्म(Hinduism) में फूलों(Flower) के उपयोग के लिए भी कुछ नियम वर्णित किए गए हैं. बता दें कि पूजा में इस्तेमाल किए जाने वाले फूलों का अलग महत्व है और इन्हें अत्यंत पवित्र माना जाता है. आइए जानते हैं पूजा में चढ़ाए गए किस फूल का क्या महत्व होता है?
गेंदा फूल
पूजा में सबसे अधिक गेंदे(Marigold) के फूल का प्रयोग किया जाता है. इस फूल का संबंध बृहस्पति ग्रह से है, इसलिए इसके इस्तेमाल से ज्ञान और विद्या की प्राप्ति होती है. भगवान विष्णु(Lord Vishnu) को गेंदा फूल की माला अर्पित करने से संतान संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलता है.
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गुलाब का फूल
यदि आप अपने सगे-संबंधियों के साथ रिश्ते मजबूत करना चाहते हैं, तो गुलाब(Rose) का फूल भगवान को जरूर अर्पित करें. ज्योतिष शास्त्र में लाल गुलाब का संबंध मंगल से और इसकी खुशबू का संबंध शुक्र से किया गया है. इस फूल के उपयोग से प्रेम, विवाह, और रिश्तों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. पूजा के समय माता लक्ष्मी(Goddess Laxmi) का अभिषेक गुलाब के फूल से करने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है.
कमल का फूल
आध्यात्मिक रूप से कमल(Lotuढs) के फूल को शुद्ध एवं दैवीय माना गया है. इस फूल का संबंध विश्व की ऊर्जा के साथ-साथ नौ ग्रहों से भी है. किसी भी एकादशी के दिन भगवान कृष्ण(Lord Krishna) को फूल अर्पित करने से संतान का वरदान प्राप्त होता है. 27 दिनों तक नियमित रूप से कमल चढ़ाने से अखंड राज्य सुख का वर भी प्राप्त होता है.
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गुड़हल का फूल
गुड़हल(Hibiscus) का पुष्प औषधीय गुणों के साथ-साथ आध्यात्मिक गुणों में भी सर्वोत्तम है, इसलिए शत्रुओं से और विरोधियों से छुटकारा पाने के लिए पूजा में इस पुष्प का प्रयोग नियमित करें. साथ ही किसी भी प्रकार की शारीरिक समस्या से छुटकारा पाने के लिए सूर्य को जल डालते समय गुड़हल का फूल अवश्य इस्तेमाल करें.
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