कैंसर कई प्रकार का होता है और लोग इसके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल करने की कोशिश करते हैं. ताकि कैंसर से बच सकें और समझ भी सकें. लेकिन एक कैंसर ऐसा है जिसके बारे में लोगों ने साल 2024 में सबसे ज्यादा जानना चाहा है और वह है महिलाओं में होने वाला कैंसर. लोगों ने इस साल सबसे ज्यादा सर्वाइकल कैंसर के बारे में जानना चाहा है. इस कैंसर को सर्च किस कारण किया गया ये वजह ज्यादा मजेदार है.
गूगल की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल टॉप 5 सर्च में सर्वाइकल कैंसर का नाम भी शामिल रहा. आइए जानें क्यों लोग अचानक से इस पर्टिकुलर कैंसर के बारे में जानने को उत्सुक हुए.
एचपीवी टीकाकरण की घोषणा
महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर के प्रति जागरूक करने और इस बीमारी से बचाने के लिए कई कार्यक्रम चलाए जाते हैं. ऐसे कई कार्यक्रम इस साल यानी 2024 में भी लागू किये गये. इसी संबंध में हर साल 17 नवंबर को सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन दिवस मनाया जाता है. इतना ही नहीं, इस साल सरकार ने इस दिशा में बड़ा ऐलान भी किया है. इसके मुताबिक सर्वाइकल कैंसर से बचाने वाली वैक्सीन भी एडवांस तकनीक से तैयार की गई है. इस वैक्सीन का नाम एचपीवी वैक्सीन है. इस घोषणा के बाद भी सर्वाइकल कैंसर पर शोध जारी है. हालांकि वजह केवल सर्च की ये नहीं थी.
पूनम पांडे की मौत की अफवाह बनी वजह
इस टीकाकरण लॉन्च की खबर से ज्यादा लोगों ने सर्वाइकल कैंसर तब सर्च होना शुरु हुआ जब पूनम पांडा की मौत की अफवाह की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई. यह खबर सुनकर पूनम पांडे को जानने वाले और सोशल मीडिया यूजर्स हैरान रह गए और फिर शुरू हो गया सर्वाइकल कैंसर के बारे में जानने की उत्सुकता.
इसके बाद लोगों ने गूगल पर सर्वाइकल कैंसर के बारे में खूब सर्च किया. हालांकि, अगले ही दिन पोस्ट से पता चला कि पूनम पांडे जीवित हैं और उन्होंने सर्वाइकल कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए यह पोस्ट किया था. चर्चाएं थीं कि ये पब्लिसिटी स्टंट बेहद ख़राब था. इस बीच गूगल पर इस बीमारी के बारे में काफी ज्यादा सर्च किया गया
सर्वाइकल कैंसर क्या है?
सर्वाइकल कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो गर्भाशय की कोशिकाओं में विकसित होता है जो योनि की रेखा बनाती हैं. अधिकांश सर्वाइकल कैंसर विभिन्न प्रकार के ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) के कारण होते हैं, जो एक यौन संचारित संक्रमण है. जब एचपीवी शरीर में होता है, तो प्रतिरक्षा प्रणाली आमतौर पर इसे नुकसान पहुंचाने से रोकती है. हालाँकि, कुछ लोगों में यह वायरस कई वर्षों तक जीवित रह सकता है. इसके कारण गर्भाशय की कुछ कोशिकाएं कैंसर कोशिकाओं में बदल सकती हैं. सर्वाइकल कैंसर के लिए स्क्रीनिंग महत्वपूर्ण है क्योंकि बीमारी के खतरनाक होने से पहले ही इसका निदान किया जा सकता है.
सर्वाइकल कैंसर के कारण
कुछ प्रकार के एचपीवी के साथ दीर्घकालिक संक्रमण सर्वाइकल कैंसर का प्रमुख कारण है. एचपीवी वायरस का एक समूह है जो दुनिया भर में व्यापक रूप से फैला हुआ है. एचपीवी के 100 से अधिक प्रकार हैं, और इनमें से कम से कम 14 प्रकार कैंसर का कारण बनते हैं, जिन्हें उच्च जोखिम वाले प्रकार के रूप में भी जाना जाता है. कम से कम 70% सर्वाइकल कैंसर और कैंसर पूर्व घाव एचपीवी प्रकार 16 और 18 के कारण होते हैं.
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण
यौन क्रिया के बाद, मासिक धर्म के दौरान या रजोनिवृत्ति के बाद जननांग क्षेत्र से रक्तस्राव
सफेद या खूनी योनि स्राव जो गाढ़ा और दुर्गंधयुक्त हो सकता है. पेट में या श्रोणि के आसपास असुविधा या संभोग के दौरान दर्द.
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क्यों सर्वाइकल कैंसर सबसे ज्यादा गूगल पर साल 2024 में किया गया सर्च, वजह जान कर हो जाएंगे हैरान