डीएनए हिंदीः भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान 2018 में स्वास्थ्य समस्या के चलते शाकाहारी बन गए थे, और तब से वह इस पर कायम हैं. शुद्ध शाकाहारी होकर विराट और भी ज्यादा एनर्जेटिक और पॉजिटिव हो गए थे. यही कारण था कि बीच में तनाव और परफॉर्मेंस खराब होने के बाद भी वह कूल ही नजर आए थे. तो क्या वेज डाइट ही के कारण उनमें ये बदलाव आया था.
हाइ यूरिक एसिड और सर्वाइकल स्पाइन के कारण बने थे कोहली वेगन
क्रिकेट सुपरस्टार विराट कोहली अपने अविश्वसनीय फिटनेस स्तर के लिए भी जाने जाते हैं. असल में साल 2018 में विराट ने साझा किया कि था कि उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण ही मांस को छोड़ने का फैसला किया था क्योंकि इसमें उच्च अम्लता का स्तर शामिल था. असल में विराट को सर्वाइकल स्पाइन की समस्या हो गई थी, जिसके परिणामस्वरूप उनकी छोटी उंगली में झुनझुनी आने लगी थी. इससे उनका बल्लेबाजी करना मुश्किल हो गया था. यह 2018 में दक्षिण अफ्रीका में सेंचुरियन टेस्ट के आसपास हुआ था.
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विराट के पेट में अम्लीय तत्व ज्यादा होने लगे थे और इससे उनका यूरिक एसिड लेवल भी बढ़ गया था. इससे उनके पेट की हड्डियों से कैल्शियम खींचने लगा था और इससे रीढ़ की समस्या हो गई थी. तब डॉक्टर ने उन्हें नॉन वेज खाने से मना कर दिया था. बता दें कि साल 2018 से वेजेटेरियन होने के बाद से विराट की परेशानी खत्म होने लगी और वह पहले से बेहतर महसूस करने लगे
जानिए कैसी है विराट की डाइट
विराट सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं और अक्सर अपनी डाइट शेयर करते हैं. इंस्टाग्राम पर एक बार फैन इंटरेक्शन के दौरान विराट ने बताया था कि वह एक दिन में क्या खाते हैं. वह बहुत सारी सब्जियां, दो कप कॉफी, क्विनोआ, ढेर सारे पालक, डोसा भी खाते हैं. लेकिन सभी नियंत्रित मात्रा में लेते हैं.
आमतौर पर यह माना जाता है कि शीर्ष स्तर के एथलीटों के लिए एक विशेष रूप से शाकाहारी भोजन अपर्याप्त है और गैर-मांस विकल्प जैसे अनाज, फल, सोया और पौधों द्वारा पेश किया जाने वाला प्रोटीन ताकत और सहनशक्ति बनाने के लिए पर्याप्त नहीं है, लेकिन विराट ने इसे गलत साबित कर दिया है.
नाश्ता: कोहली क्विनोआ, पनीर, आमलेट, और पपीता, ड्रैगन फ्रूट और तरबूज जैसे फलों के साथ उबली हुई सब्जियों का संतुलन पसंद करते हैं, जबकि अनुष्का कुछ उबले अंडे या अंडे की सफेदी के साथ समान भोजन करती हैं.
मिड-मॉर्निंग स्नैक: कहा जाता है कि विराट अपने नाश्ते को मिक्स और मूव करते हैं और वेजी चीज़ टोस्ट या ऑमलेट खाते हैं, इसके बाद ग्रीन टी और उनकी लेडीलव कुछ नारियल पानी में घूंट लेती हैं जैसा कि ज्यादातर अभिनेत्रियां करती हैं.
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दोपहर का भोजन: विराट कोहली आमलेट और ताजी सब्जियों के साथ काफी हल्का लंच लेना पसंद करते हैं. वह रोजाना दोपहर के भोजन में दाल, रोटी और सब्जी खाते हैं.
कॉफी ब्रेक: विरुष्का कॉफी प्रेमी हैं और जहां अनुष्का एक गर्म कॉफी पसंद करती हैं, वहीं कोहली बिना चीनी वाली ब्लैक कॉफी का सेवन करते हैं.
रात का खाना: दंपति अपने रात के खाने में बहुत सारी सब्जियां लेते हैं, जिसमें पूर्व कप्तान वेजी सलाद या सीफूड का कटोरा चुनते हैं और अनुष्का कथित तौर पर टोस्टेड ब्रेड के साथ भूनी हुई सब्जियां पसंद करती हैं.
शाकाहारी होने के जान लें ये फायदे भी
शाकाहारी भोजन से शक्ति और सहनशक्ति दोनों मिलती है
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार पौधों पर आधारित खाद्य पदार्थ स्वाभाविक रूप से विटामिन सी से भरपूर होते हैं, जो आयरन के अवशोषण में सुधार करते हैं. आयरन, चाहे हीम हो या नॉन-हीम, शरीर द्वारा प्रभावी रूप से हमारे रक्त, ऑक्सीजन उत्पादन और मेटाबॉलिज्म के लिए बेस्ट होते हैं.
वेजेटेरियन्स को होता है कम बीमारियों का खतरा
वेजेटेरियन्स को हार्ट की बीमारियों का खतरा कम होता है. वहीं हाई यूरिक एसिड और कोलेस्ट्रॉल का खतरा भी कम होता है. शाकाहारी खाना अधिक फाइबर से भरा होता है इसलिए वेट भी नहीं बढ़ने पाता है.
कैंसर के खतरे को कम करता है
भले ही बहुत महत्वपूर्ण नहीं है, जब कैंसर के जोखिम को कम करने की बात आती है तो शाकाहारियों के पास थोड़ी बढ़त होती है. अध्ययनों में पाया गया है कि, कम जोखिम वाली आबादी में, शाकाहारी भोजन से सामान्य रूप से कैंसर का खतरा कम हो जाता है. कई अध्ययन यह भी दावा करते हैं कि ताजा, मौसमी फलों और सब्जियों से भरा आहार महत्वपूर्ण हो सकता है.
मधुमेह से बचाता है
एक स्वस्थ, शाकाहारी भोजन टाइप-2 मधुमेह और इससे जुड़ी अन्य जटिलताओं को रोकने में भी मदद करता है. यह कम ग्लाइसेमिक खाद्य पदार्थों को चुनने के लिए वापस चला जाता है जो रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर रखते हैं, जैसे साबुत अनाज, फलियां और नट्स.
रक्तचाप कम करता है
अधिकतर, जो लोग मांस का सेवन नहीं करते हैं, उनका रक्तचाप कम हो सकता है. मेयो क्लिनिक के अनुसार, पौधों पर आधारित खाद्य पदार्थ वसा, सोडियम और कोलेस्ट्रॉल में कम होते हैं, जिसका आपके रक्तचाप पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. साथ ही फलों और सब्जियों में उच्च मात्रा में पोटेशियम ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है.
हड्डी के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है
डॉक्टरों के अनुसार शाकाहारी भोजन से आपकी हड्डियाँ मजबूत होंगी और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्या का खतरा बहुत कम हो जाता है. पशु उत्पाद कैल्शियम को शरीर से बाहर निकाल सकते हैं, जिससे हड्डियों का नुकसान और ऑस्टियोपोरोसिस हो सकता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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