डीएनए हिंदीः Health Tips For Diwali Pollution- देशभर में कई जगह दिवाली (Diwali 2022) के दौरान प्रदूषण को कम करने के लिए पटाखों पर बैन लगा दिया जाता है, सरकार के साथ साथ कई लोग इस दौरान पटाखे न जलाने की हिदायत भी देते हैं लेकिन इसके बावजूद लोग आतिशबाजी और पटाखे जलाने से पीछे नहीं हटते जिसकी वजह से दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR Pollution) समेत कई अन्य जगहों पर प्रदूषण (Diwali Air Pollution) और स्मॉग की चादर बिछ जाती है. इससे लोगों को सांस से जुड़ी कई बीमारियां बढ़ जाती है. इस स्थिति में प्रदूषण से बचने के लिए कुछ घरेलू और आयुर्वेदिक इलाज हैं जो शरीर को अंदर से मजबूत बनाने और सांस की समस्या को दूर करने में मदद करते हैं.
रोजाना इन चीजों का करें (Home Remedies For Pollution)
प्रदूषण के असर को कम करता है घी
घी प्रदूषित हवा में मौजूद लेड और मर्क्यूरी जैसे खतरनाक केमिकल से शरीर पर पड़ने वाले असर को दूर करने में मदद करता है. ऐसे में अपने आहार में नियमित रूप से 1 - 2 चम्मच घी शामिल करें. इसके अलावा नाक में 1 या 2 बूंद घी डालने से प्रदूषण से होने वाले प्रभाव को दूर किया जा सकता है.
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गुड़ का करें सेवन
शरीर को स्वस्थ रखने में गुड़ काफी मदद करता है, पाचन को ठीक करने के साथ साथ शरीर को गर्मी देता है. इसके अलावा गुड़ के सेवन से सांस से जुड़ी समस्याओं को दूर किया जा सकता है. साथ ही यह फेफड़ों को हेल्दी रखने में भी मदद करता है. इसके सेवन से फेफड़े साफ होते हैं. गुड़ में मौजूद आयरन खून में ऑक्सीजन सप्लाई को ठीक रखने में मदद करता है.
प्रदूषण से बचाएगा त्रिफला
त्रिफला के सेवन से इम्यूनिटी मजबूत होती है और पेट से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं. इसके अलावा त्रिफला आपको प्रदूषण से भी बचाता है. दिवाली के दौरान आप रोज 1 चम्मच त्रिफला का सेवन करें या रात में सोते वक्त शहद और गुनगुने पानी के साथ इसका सेवन करें. इससे आप प्रदूषण से होने वाली तमाम गंभीर समस्याओं से बच सकते हैं.
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पिप्पली
प्रदूषण के कारण फेफड़ों से जुड़ी समस्याएं पैदा होती हैं. ऐसे में पिप्पली का सेवन करने से फेफड़ों से संबंधित समस्याओं से निजात पाया जा सकता है. यह एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो कि फेफड़ों से जुड़े कई तरह के संक्रमण और अस्थमा की समस्या को कम करने में मदद करता है. इसके अलावा यह फेफड़ों को साफ कर सांस लेने की प्रक्रिया को आसान बनाने में मदद करता है.
प्रदूषण को बाहर निकालता है सरसों का तेल
प्रदूषित हवा में मौजूद कण नाक में रह जाते हैं जिसकी वजह से तमाम तरह की बीमारियां पैदा होती हैं. ऐसी स्थिति में नाक में एक बूंद सरसों का तेल डालने से इससे बचा जा सकता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
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Diwali Health Tips: दिवाली के पॉल्युशन से बचाएंगे ये घरेलू नुस्खे, नहीं होगी अस्थमा की दिक्कत