डीएनए हिंदी: (Diabetes Patients Health Disease Risk) डायबिटीज खातक बीमारियों में से एक है. देश में करोड़ों लोग इस साइलेंट बीमारी के शिकार है. इसकी मुख्य वजह शुगर की मात्रा बढ़ना है. शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ते ही डायबिटीज हो जाता है. यह कई और बीमारियों को लेकर आती है. इसे आर्टरीज, नव्र्स सिस्टम, ब्लड प्रेशर और तंत्रिका प्रणाली प्रभावित होती है. इतना ही नहीं डायबिटीज के मरीज को अन्य बीमारियों का खतरा भी ज्यादा बढ़ जाता है. इसकी वजह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाना है. ऐसे में कई बीमारियां ऐसी हैं, जिनसे बचने के लिए डायबिटीज मरीजों को ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है. आइए जानते हैं किन बीमारियों से रहता है ज्यादा खतरा...
किडनी से जुड़ी बीमारियां
डायबिटीज का असर व्यक्ति की किडनियों पर पड़ता है. इसके साथ ही ब्लड प्रेशर लो और हाई होने की समस्या से यह नसें भी कमजोर पड़ने लगती है. इसे स्ट्रोक का खतरा बना रहता है. यही वजह है कि डाॅक्टर डायबिटीज मरीजों को समय समय पर यूरीन टेस्ट कराने की सलाह देते हैं, जिसे किडनी में आने वाली समस्याओं को समय रहते डिटेक्ट कर उसका इलाज किया जा सके. हालांकि टाइप वन के मुकाबले टाइप वन डायबिटीज किडनी के लिए ज्यादा घातक होती है. इसे किडनी के फेल होने तक का खतरा बढ़ जाता है. करीब 40 प्रतिशत डायबिटीज मरीजों को डायलसिस की जरूरत पड़ती है. हालांकि टाइप टू में यह रेसियों बहुत ही कम होता है.
हार्ट पर बढ़ जाता है खतरा
टाइप टू डायबिटीज में मरीजों की दिल की बीमारियों का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है. इसे ब्लड शुगर, मोटापा और हाई कोलेस्ट्राॅल होने खतरा रहता है. खानपीन या खराब दिनचर्या की वजह से यह कभी भी हावी हो सकता है. इसे बचने के लिए डायबिटीज मरीजों खानपीन को लेकर खास हिदायक बरतने की जरूरत होती है. थोड़ी भी लापरवाही पर ब्लाॅकेज से लेकर हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा रहता है.
खराब हो सकते हैं पैर
डायबिटीज के हाई होने पर पैरों की नसें डैमेज हो जाती है. कई नसों के जान छोड़ देने पर पैर काम करना लगभग बंद सा कर देते हैं. पैरों में चोट लगने का भी असर नहीं होता. साथ ही खून के थक्के जमने लगते हैं. इसके साथ पैरों के इंफेक्शन का खतरा भी सबसे ज्यादा रहता है. शुगर पेशेंट्रस में किसी भी चोट को सही होने में लंबा समय लगता है. अगर आपके भी पैरों दर्द या सूजन जैसे लक्षण दिखाई दें तो हल्के में न लें. इसे तुरंत डाॅक्टर को दिखाएं. यह बढ़ते शुगर के लक्षणों में से एक है.
आंखों को भी प्रभावित करता है डायबिटीज
डायबिटीज का हाई लेवल आंखों को भी प्रभावित कर सकता है. इसे रेटिना में मौजूद छोटी नसें डैमेज हो जाती है. इसे धुंधा दिखने के साथ ही कई बार आंखों की रोशनी खत्म हो जाती है. डायबिटीज के खराब स्तर पर पहुंचने की मुख्य वजहों में से एक यह भी है. ऐसे में डायबिटीज मरीजों को आनी आंखों की नियमित रूप से जांच करानी चाहिए. इसकी वजह डायबिटीज की वजह से अंाखों में सफेद मोतियां, पर्दे को कमजोर करने के साथ ही नजर को खत्म तक कर देता है.
स्ट्रोक का भी होता है खतरा
डायबिटीज मरीजों स्ट्रोक का खतरा भी ज्यादा होता है. खासकर यह टाइप टू मरीजों में होता है. इसकी वजह उनकी नसों का कमजोर होना है. ऐसे में खानपान का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है. इसे समय पर घूमने से लेकर अपने खानपान को सही रखकर काबू में किया जा सकता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इं
- Log in to post comments
हाई ब्लड शुगर होते ही डायबिटीज मरीजों में बढ़ जाता है इन 5 बीमारियों का खतरा, संकेत दिखते ही हो जाएं अलर्ट