डीएनए हिंदी: (Dengue Fever In Children) मानसून के बीच डेंगू और मलेरिया के मामले तेजी से बढ़ते जा रही है. दिल्ली एनसीआर के ज्यादातर अस्पतालों में मरीजों की लाइन लगी हुई है. इसबीच प्रशासन से लेकर एक्सपर्ट तक घर से लेकर बाहर तक सफाई करने, जलभराव न होने देने की टिप्स दे रहे हैं. इसकी वजह एडिज नाम क मच्छर का इसी गंदगी में पनपना है. इस मच्छर के काटते ही डेंगू और मलेरिया जैसी घातक बीमारी की चपेट में आ सकते हैं. इस मौसम में बीमारियों के साथ बच्चों को डेंगू और मलेरिया से बचाकर रखना बेहद जरूरी है. इसकी वजह इस बीमारी का खतरा बच्चों पर ज्यादा रहता है. उनकी कमजोर इम्यूनिटी के चलते बच्चे डेंगू और मलेरिया जैसी घातक बीमारी की चपेट में आ जाते हैं. इसके लक्षण में काफी दिन में दिखाई देते हैं.
ऐसे में डॉक्टर एनके शर्मा बताते हैं कि इस बीमारी से बच्चों को बचाने के लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है. साथ ही बच्चे के डेंगू की चपेट में आने पर भी जान लें क्या करें. इसे खतरा कम हो सकता है. बच्चे की रिकवरी फास्ट हो जाएगी. साथ ही बीमारी के गंभीर होने के खतरे को कम किया जा सकता है.
बच्चों में हल्के होते हैं लक्षण
डॉक्टर बताते हैं कि बड़ों के मुकाबले बच्चों में डेंगू या मलेरिया के लक्षण कम दिखाई देते हैं. ऐसे में इस मौसम में बच्चों को जरा भी सुस्त पड़ता देखें तो अलर्ट हो जाएं. उसकी हेल्थ में होने वाले हर बदलाव पर नजर रखें. जैसे हल्का बुखार महसूस होने, खाना न खाने, चिड़चिड़ा होने पर डेंगू से लेकर सीबीसी टेस्ट जरूर कराएं. .
बच्चों में दिखते हैं डेंगू के ये लक्षण
-डेंगू होने पर बच्चों को तेज और हल्का बुखार आ सकता है. यह बुखार बार बार उतरता और चढ़ता है.
-बच्चे थके हुए चिड़चिड़े हो जाते हैं. नाक या मसूड़ों से खून आना भी डेंगू के लक्षणों में शामिल है.
-बच्चों के ज्वाइंट्स में दर्द, मांसपेशियों में जकड़न और आंखों में भारी पन भी डेंगू के संकेत हैं.
-अगर बच्चे को बुखार नहीं है, लेकिन उसे भूख लगना बंद हो गया है. बच्चा थका हुआ महसूस करता है और भूख नहीं लग रही है तो डेंगू की जांच जरूर करा लें.
ब्लड शुगर के हाई लेवल से हैं परेशान तो अपनाएं ये 5 टिप्स, डायबिटीज मरीज को नहीं पड़ेगी दवाई की जरूरत
डेंगू से ऐसे करें बच्चों का बचाव
डेंगू मलेरिया जैसी बीमारी से बच्चों का बचाव करने के लिए सबसे पहले उनकी हेल्थ का पूरा ध्यान रखें. इसमें बदलाव होता देखकर लापरवाही न करें. बच्चे को तुरंत डॉक्टर को दिखाने के साथ ही घरेलू इलाज शुरू कर दें. बच्चे को विटामिन सी से भरपूर फल जैसे संतरा, अंगूर, किवी, किन्नू खिलाएं. साथ ही नारियल पानी पिलाएं. यह प्लेटलेट्स बढ़ाने के साथ ही एनर्जी लेवल हाई करता है. बच्चों को बाहर भेजने से पहले उन्हें पूरी बाजू के कपड़े पहनाएं. साथ ही सफा सफाई का ध्यान रखें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
डेंगू के बढ़ते खतरे के बीच ऐसे रखें अपने बच्चे का ध्यान, चपेट में आने पर आजमाएं ये आसान से उपाय