क्रिकेटर विनोद कांबली की बेहोशी का कारण उनके ब्रेन में हुई ब्लड क्लॉटिंग थी और ये बात तब पता चली जब वह बेहोश हुए और अस्पताल में भर्ती कराने के बाद कुछ टेस्ट किए गए और कांबली की रिपोर्ट चौंकाने के साथ-साथ चिंताजनक भी है. टेस्ट रिपोर्ट में उनके दिमाग में खून के थक्के जमने की बात सामने आई है.
कांबली का इलाज करने वाले डॉ. विवेक त्रिवेदी के मुताबिक, कांबली को यूरिनरी इंफेक्शन और ऐंठन की शिकायत थी. और कई और जांच के बाद उनके ब्रेन में क्लॉटिंग भी मिली है. तो चलिए जान लें कि अगर ब्रेन में ब्लड क्लॉट होता है तो क्या-क्या संकेत मिलते हैं. इन संकेतों को अगर समय रहते पहचान लिया जाए तो ब्रेन स्ट्रोक होने से बचा जा सकता है.
क्या है ब्रेन स्ट्रोक या दिमाग में क्लॉटिंग का मतलब
जब दिमाग की नसों में खून के थक्के जम जाते हैं और ब्लड सर्कुलेशन अचानक से रुक जाता है तो ब्रेन स्ट्रोक होता है. ऐसे में दिमाग की नस में अचानक खून की सप्लाई रूक जाती है. ब्रेन स्ट्रोक में दिमाग के प्रभावित हिस्से की कोशिकाएं नष्ट होने लगती हैं. ब्रेन स्ट्रोक होने पर, 4 से 6 घंटे के अंदर अस्पताल पहुंचना चाहिए.
ब्रेन स्ट्रोक के संकेत पहले ही मिलने लगते हैं
बार-बार चक्कर आना
बिना किसी कारण के कभी-कभी चक्कर आना, पर्याप्त आराम के बावजूद गंभीर सिरदर्द, चलने या खड़े होने में कठिनाई, पैरों का अस्थिर होना आदि भी ब्रेन स्ट्रोक के चेतावनी संकेत हो सकते हैं.
दृष्टि की कमजोरी
दृष्टि में अचानक परिवर्तन, जिसमें एक या दोनों आंखों की दृष्टि का नुकसान या चीजों को देखने के लिए बहुत अधिक ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता महसूस होना भी आसन्न स्ट्रोक का संकेत हो सकता है. यदि आप ऐसे लक्षणों का अनुभव करते हैं, तो किसी विशेषज्ञ से परामर्श लें.
बोलने या समझने में परेशानी होना
शब्द बनाने में अचानक कठिनाई या कोई क्या कह रहा है उसे समझने में कठिनाई स्ट्रोक का चेतावनी संकेत हो सकता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि दिमाग ठीक से काम नहीं कर पाता है. ऐसी स्थिति में भी बिना देर किए स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है.
ब्रेन स्ट्रोक या मस्तिष्क का दौरे के कई कारण हो सकते हैं:
- मस्तिष्क में रक्त प्रवाह में अचानक कमी होना
- मस्तिष्क में रक्त वाहिकाओं का फटना या रिसाव होना
- मस्तिष्क की धमनियों का अवरुद्ध होना
- रक्त वाहिकाओं में थक्का जमा होना
ब्रेन स्ट्रोक के कुछ प्रमुख कारण ये हैं:
उच्च रक्तचाप, धूम्रपान, मधुमेह, उच्च कोलेस्ट्रॉल, हृदय रोग, मोटापा, शराब का अत्यधिक सेवन, अस्वास्थ्यकर आहार, शारीरिक निष्क्रियता.
ब्रेन स्ट्रोक से बचने के लिए, आप ये उपाय अपना सकते हैं:
- स्वस्थ भोजन करें
- ताज़े फल और सब्ज़ियां खाएं
- फाइबर और लीन प्रोटीन से भरपूर भोजन करें
- ट्रांस और संतृप्त वसा से बचें
- नमक का सेवन कम करें
- प्रोसेस्ड भोजन से बचें
- शराब का सेवन सीमित करें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर्स से संपर्क करें.)
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क्रिकेटर विनोद कांबली के दिमाग में मिले हैं खून के थक्के, जान लें क्या हैं इसके लक्षण