डीएनए हिंदीः शरीर में जब ब्ल्ड गाढ़ा होने लगता है तब ही क्लॉटिंग का जोखिम बढ़ता है. ब्लड क्लॉटिंग के लिए कुछ बीमारियां भी जिम्मेदार होती है और कुछ हमारी आदत. धूम्रपान, शराब और हाई फैट-कार्ब्स वाली चीजें खाने के साथ आमरातलबी ब्लड क्लॉटिंग की संभावना को बढ़ा देती है.
वहीं हाई कोलेस्ट्रॉल, डीप वेन थ्रॉबोसिस, हाई ब्लड प्रेशर भी क्लाटिंग के लिए जिम्मेदार होते हैं. कुछ दवाएं जैसे एस्ट्रोजन खून के जमने की जोखिम को कई गुना बढ़ा देते हैं. थक्कों के लक्षणों को जानने से पल्मोनरी एम्बोलिज्म या स्ट्रोक बनने से पहले आपकी जान बच सकती है. इसलिए जरूरी है कि शरीर से मिल रहे ब्लड के गाढ़े होने या थक्के जमने के संकेतों को पहचान लिया जाए और यहां कुछ ऐसे उपाय भी बता रहे हैं जो आपकी नसों में बल्ड के थक्कों को तोड़कर घिला सकते हैं.
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ये हैं ब्लड क्लाटिंग के लक्षण
- दिल की तेज धड़कन और सांस लेते हुए सीने में दर्द
- हाथ या पैर में ऐंठन, दर्द और सूजन के साथ पीलापन या लालिमा
- एक पैर या हाथ में जलन या चुभन
- अचानक सांस फूलना
- खांसी या खांसी से खून आना
ब्लड गाढ़ा होने के सामान्य लक्षण :
आमतौर पर ब्लड में गाढ़ेपन के लक्षणों का पता सामान्य तौर पर नहीं चलता है, जब तक कि ब्लड क्लाॅट दिखने ना लगे. ब्लड क्लाॅट के कुछ लक्षण हो सकते हैं-
- चक्कर आना
- धुंधला दिखना
- त्वचा में खुजली होना
- ब्लड प्रेशर का ज्यादा बढ़ना
- एनर्जी न महसूस होना
- सीने में दर्द
- सांस लेने में कठिनाई
- हार्ट अटैक के लक्षण
- सिरदर्द
- चक्कर आना
- पैरों में दर्द या लाली
- बोलने में परेशानी होना
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किसे होता है क्लॉटिंग का ज्यादा खतरा
- 60 साल से ज़्यादा उम्र के हैं
- ज़्यादा वज़न के या मोटे हैं
- आपको पहले भी खून का थक्का बना है.
- हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (hormone replacement therapy) लेते हैं .
- गर्भवती हैं या हाल ही में जन्म दिया है.
- डिहाइड्रेटेड (dehydrated) हैं
- कैंसर है या कैंसर का उपचार चल रहा है.
- ऐसी कोई अवस्था है जिसके कारण आपके खून में आसानी से थक्का बन रहा है. जैसे कि ऐंटिफॉस्फोलिपिड सिंड्रोम (antiphospholipid syndrome)
ब्लड को पतला या खून के थक्के को पिघलाने के आयुर्वेदिक दवाएं
आयुर्वेदिक उपचार
मेधा क्वाथ - इसका काढ़ा बनाकर सुबह-शाम पीएं
चिराजीत रसायन वटी 1 गोनी रोज खाएं
अश्वगंधा वटी 1 गोली रोज खाएं
कुछ जड़ी-बूटियों और मसाले भी करते है दवा का काम
कुछ जड़ी-बूटियों और मसालों में सैलिसिलेट (एक प्राकृतिक रक्त पतला) होता है, जैसे लाल मिर्च, दालचीनी, करी पाउडर, अदरक, नद्यपान, अजवायन, लाल शिमला मिर्च, पुदीना, अजवायन के फूल और हल्दी आदि.
खून को जमने से कौन रोकता है?
विटमिन -K विटमिन्स के उस ग्रुप से आता है, जिन्हें फैट-सॉल्यूबल विटमिन्स कहा जाता है. यानी ये विटमिन्स हमारे शरीर में स्थित वसा में घुलनशील होते हैं. यही वजह है कि विटमिन-K हमारे ब्लड को गाढ़ा होने से रोकता है.
चोट लगने पर खून जम जाए तो क्या लगाएं?
तो तरंत चोट पर बर्फ लगा दें. खून को बहने से रोकने का ये सबसे आसान तरीका है. बर्फ लगाने से ब्लड जम जाता है और बहना बंद हो जाता है.
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कौन सी दवा खून के थक्के बनने से रोकती है?
एंटीकोआगुलंट्स, जैसे कि हेपरिन या वार्फरिन (जिसे कौमाडिन भी कहा जाता है) , आपके शरीर के थक्के बनाने की प्रक्रिया को धीमा कर देता है. एंटीप्लेटलेट्स, जैसे एस्पिरिन और क्लोपिडोग्रेल, प्लेटलेट्स नामक रक्त कोशिकाओं को थक्का बनाने के लिए आपस में टकराने से रोकते हैं.
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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