डीएनए हिंदी:एक वक्त था जब कभी सफेद बालों को छिपाने के लिए हेयर डाई (Hair Dye) या कलर लगाने का फैशन होता था लेकिन आजकल तो यह आम जिंदगी में ट्रेंडिंग बन गया है. हर कोई अपने लुक को स्टाइलिश और बेहतरीन बनाने के लिए बालों में कलर करते हैं. यहां तक की लोग अपने प्रोफेशन के हिसाब से बालों को कलर करवाते हैं.
बालों में कलर तो करवाते हैं लेकिन लोग यह भूल जाते हैं कि इस फैशन का खामियाजा उनकी त्वचा और हेल्थ को भुगतना पड़ता है.अगर कलर सही नहीं चुना गया या फिर लगाने की विधि में कोई गड़बड़ी हुई तो कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.ऐसे में बहुत जरूरी है कि बालों के लिए सही कलर चुना जाए और उसे अपने बालों में कैसे लगाएं यह भी ठीक तरह से जान लें
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हो सकती हैं यह प्रोब्लम्स (Side Effects of Hair Color in Hindi)
एलर्जी
हेयर डाई या हेयर कलर लगाते वक्त ज्यादातर लोगों को एलर्जी की समस्या दिखाई देती है.जो लोग हेयर कलर या डाई का ज्यादा उपयोग करते हैं उनमें एलर्जिक प्रॉब्लम ज्यादा देखने को मिलती है.यह दिक्कत तुरंत ना भी दिखे तो कुछ समय बाद जरूर शरीर के कई हिस्सों में एलर्जी दिखती है.
बालों का झड़ना
ऐसा देखा गया है कि हेयर कलर या डाई का उपयोग करने वाले लोगों के बाल जल्दी झड़ने लगते हैं.हेयर कलर्स या डाई में अमोनिया पाया जाता है जो बालों के लिए नुकसानदायक है.यह अक्सर उन लोगों के साथ होता है जो परमानेंट हेयर कलर करवाते हैं.यह परमानेंट हेयर कलर बालों को कमजोर करने का काम करते हैं जिससे बाल झड़ने या टूटने शुरू हो जाते हैं.स्कल्प के अंदर खुजली शुरू हो जाती है.
आंखों को नुकसान
ऐसा नहीं है कि हेयर कलर करने से सिर्फ बालों को या स्कल्प को नुकसान पहुंचता है.हेयर कलर से आंखों पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है.कलर करवाने वाले लोगों की आंखों की रोशनी भी कम होने लगती है.
बाहरी स्किन को हो सकता है नुकसान
जरूरी नहीं है कि बालों में डाई हुई है तो नुकसान बाल या स्कल्प में ही होगा,बल्कि शरीर के दूसरे हिस्से की स्किन पर भी खुजली,एलर्जी या काले दाग दिखाई दे सकते हैं.
डॉक्टर की सलाह - (Doctors Opinion on Side Effects and Precaution of Hair Dye)
लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के डिपार्टमेंट ऑफ डर्माटोलॉजी के सीनियर रेसिडेंट, डॉक्टर अमित कुमार मीना बताते हैं कि हेयर कलर में जो पीपीडी नामक केमिकल पाया जाता है, वही बालों को सबसे ज्यादा नुकसान करता है.पीपीडी एक ऐसा केमिकल है जो बालों में कलर को ज्यादा दिन टिकने में मदद करता है.ऐसे में कलर लगाने के तुरंत बाद भले ही एलर्जी की समस्या ना दिखाई दे, लेकिन कुछ समय बाद ये हो सकती है
यही नहीं चेहरे पर और शरीर की बाहरी त्वचा के किसी भी हिस्से में दाने निकलना, काले स्पॉट आदि हो सकते हैं.आंखों के नीचे सूजन भी आ सकती है..ऐसे में अगर कलर लगाने से पहले उसे कान के पीछे लगाकर टेस्ट कर लिया जाए तो बेहतर होगा
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ऐसे बरतें सावधानी (Safety from hair color in Hindi)
-हेयर करल या डाई खरीदने से पहले देख लें कि उसमें पीपीडी नामक केमिकल कम से कम मात्रा में हो, अच्छा हेयर करल इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है
-आपके बालों का टेक्सचर या स्किन की टोन को देखकर खरीदें हेयर कलर,ताकि वो आपकी पर्सनैलिटी के साथ-साथ बालों को भी सूट करे
-बार-बार डाई या कलर ना करें, बेहतर होगा एक बार अच्छी कलरिंग करवा लें, ताकि काफी समय तक वो चले
-किसी प्रोफेश्नल से सलाह लेकर ही आगे बढ़ें, सस्ता कलर लगाएं
-बालो में कलरिंग से पहले कान के पीछे या स्किन के किसी हिस्से में कलर लगाकर टेस्ट करें ताकि उसके इफेक्ट का पता चल सके.
-कलरिंग से 24 घंटे पहले बालों को ना धोएं.ऐसा करने से बालों का नेचुरल ऑयल निकल जाएगा और बालों को नुकसान होता है.
-कलर के बाद बाल ड्राई हो जाते हैं, ऐसे में कलर प्रोटेक्टिव हेयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं
-नेचुरल कलर का इस्तेमाल करें तो ज्यादा बेहतर है, वरना कलर में पाए जाने वाले केमिकल्स ही बाल सबसे ज्यादा खराब करते हैं
नोट-(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।)
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Hair Color Effects: बालों में कलर करने से पहले जरा संभलकर, इन बातों को जरूर जान लें