डीएनए हिंदी: चावल का नाम सुनते ही दिमाग में सुंदर-सुदर तस्वीरें आने लगती हैं. किसी को राजमा के साथ चावल दिखते हैं तो वहीं कोई कढ़ी के साथ चावल के सपने बुनने लगता है. कभी बिरयानी, कभी पुलाव, कभी जर्दा तो कभी जीरा राइस बनकर हमारी प्लेट में आने वाले चावल को जितना प्यार मिलता है उतनी ही नफरत भी मिलती है.
कई लोग होते हैं जो चावल को मोटा करने वाला फूड मानते हैं. इस वजह से न खुद खाते हैं न ही दूसरों को खाने देते हैं लेकिन अच्छा होगा कि हम चावल के अंदर की बात भी जानें.
इसे समझने के लिए पहले यह जानना जरूरी है कि चावल में दो तरह का स्टार्च मौजूद होता है. एक आसानी से पच जाता है वहीं दूसरा जिसे रेजिस्टेंट स्टार्च कहते हैं वह पचने में समय लेता है.
इसका मतलब यह है कि आसानी से पचने वाला स्टार्च आपको आखिरी चरण में ज्यादा कैलोरी देगा वहीं रेजिस्टेंट स्टार्च कम कैलोरी देगा क्योंकि इसे पचाने में समय लगेगा. ऐसा इसलिए क्योंकि इसे पचाने वाले एंजाइम हमारे शरीर में कम बनते हैं. इसी वजह से इसे पचने में समय लगता है और कम शरीर में कैलोरी बनती है.
जल्दी पचने वाले स्टार्च को कैसे बनाएं रेजिस्टेंट स्टार्च
खाने को पकाने का तरीका उसके मूल गुणों में फर्क ला सकता है. आप चावल पकाते समय थोड़ा ध्यान देकर इसे डाइट फूड में बदल सकते हैं. इसके लिए आपको करना सिर्फ यह है कि उबलते पानी में चावल डालने से पहले नारियल का तेल डालें. जब यह पक कर तैयार हो जाएं तो इन्हें 12 घंटे के लिए फ्रिज में रख दें. इसके बाद आप इसे दोबारा से गर्म करके खा सकते हैं. यह आपको कम कैलरी देगा.
सेहत के लिए फायदेमंद है नारियल का तेल
चावल के साथ नारियल तेल इस्तेमाल करने से घबराएं नहीं क्योंकि यह सेहत के लिए फायदेमंद होता है. अगर आप घी इस्तेमाल करना चाहते हैं तो घी के साथ भी यह प्रोसेस कर सकते हैं.
तो अब कोई चावल के लिए टोके तो उसे भी यह कहानी समझा दीजिएगा :)
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