डीएनए हिंदीः मेरठ और गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाले लोगों को आज से बड़ी राहत मिल सकती है. किसान आंदोलन खत्म (End of Farmer's Protest) होने के बाद दिल्ली के बॉर्डर (Delhi Border) से किसान हटने लगे हैं. अभी कुछ किसान NH-9 पर बैठे हुए हैं. वहीं सिंघू और टिकरी बॉर्डर से किसान हट चुके हैं. इस सभी जगहों से किसानों का अंतिम जत्था शाम तक रवाना हो जाएगा. मुख्य रूप से पंजाब और हरियाणा से आए किसानों ने इस जगह पर तंबू लगाकर अस्थायी रूप से रह रहे थे. इस दौरान यहां लंगर का आयोजन किया गया और प्रदर्शनकारियों के परिवार के कई सदस्य भी उनके साथ शामिल हुए. किसानों ने पिछले साल 26 नवंबर को तीनों कानूनों के विरोध में दिल्ली के टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर घेराबंदी कर उन्हें रद्द करने की मांग की थी.
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29 नवंबर को रद्द हुए थे कृषि कानून
19 नवंबर को प्रकाश पर्व के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित कर तीनों नए कृषि कानूनों को रद्द करने की घोषणा की थी. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने तीन कानूनों को निरस्त करने के बिल को तुरंत मंजूरी दे दी. 29 नवंबर से शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन इन कानूनों को वापस ले लिया गया. इसके बाद किसान संगठनों की बैठक में बॉर्डर खाली करने का फैसला लिया गया.
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यूपी गेट पर किसानों का हवन
किसानों ने यूपी गेट पर बनाए सभी टेंट हटा लिए हैं. यहां बुधवार सुबह हवन शुरू किया गया. इस हवन में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता समेत बॉर्डर पर मौजूद सभी किसान शामिल हो रहे हैं. हवन के खत्म होने के बाद किसान मुजफ्फरनगर के सिसौली गांव के लिए फतेह मार्च निकालेंगे. इसके साथ ही बॉर्डर परी तरह खाली हो जाएगी. दूसरी तरफ एनएचएआई ने भी कंक्रीट के सभी बैरिकेट्स हटा लिए हैं. एनएचएआई का कहना है कि अभी दिल्ली पुलिस के कुछ बैरिकेट्स लगे हैं जो किसान के जाने के बाद हटा लिए जाएंगे. इसके बाद रास्ता शुरू हो जाएगा.
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