डीएनए हिंदी: Omicron Variant और Covid-19 के बढ़ते मामलों के बीच आपका सतर्क रहना बेहद जरूरी है. जितना हो सके घर में रहें, सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करें और हाईजीन का खास खयाल रखें. अगर गलती से किसी ओमीक्रोन पेशेंट के संपर्क में आ जाएं तो भी घबराएं नहीं क्योंकि आपकी सतर्कता आपको किसी भी खतरे से बचा सकती है.
1- लक्षणों को न करें इग्नोर
किसी ओमीक्रोन पेशेंट के संपर्क में आने के बाद अगर बुखार या ठंड लगना, खांसी, सांस की तकलीफ या सांस लेने में परेशानी, थकान, मांसपेशियों या शरीर में दर्द, सिरदर्द, स्वाद या गंध का न महसूस होना, गले में खराश, बहती नाक, मतली या उलटी और दस्त जैसे लक्षण महसूस हों तो तुरंत जांच करवाएं.
2- नेगेटिव रिपोर्ट आने तक करवाते रहें टेस्ट
एक्सपर्ट्स के मुताबिक किसी कोविड पेशेंट के संपर्क में आने के पांच दिन बाद या जैसे ही लक्षण दिखें हैं तुरंत टेस्ट कराएं. जब तक रिपोर्ट निगेटिव नहीं आ जाती सबसे अलग रहें. इसके अलावा अगर लक्षण महसूस हो रहे हैं लेकिन रिपोर्ट निगेटिव आ रही है तो भी बार-बार टेस्ट कराते रहें.
3- खुद हो जाएं क्वारंटीन
एक्सपर्ट्स की गाइडलाइंस के अनुसार, किसीके वायरस के संपर्क में आने के दो से 14 दिनों के अंदर कोरोना वायरस के लक्षण महसूस हो सकते हैं. यही वजह है कि सबसे पहले जांच करानी चाहिए और फिर खुद को सबसे अलग कर लेना चाहिए. हालांकि कुछ लोगों को लक्षण महसूस नहीं होते. ऐसे में वो अनजाने में वायरस फैला सकते हैं.
4- शुरुआती दो-तीन दिन ज्यादा सतर्क रहें
कोविड-19 के फैलने की प्रोसेस अक्सर लक्षणों की शुरुआत से एक से दो दिन पहले या दो से तीन दिनों के बाद होती है. बिना लक्षणों वाले लोगों को पॉजिटिव रिजल्ट से कम से कम दो दिन पहले संक्रामक माना जाता है.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जिन्हें लगता है कि उन्हें कोरोना हुआ है या फिर कोरोना के लक्षण महसूस हो रहे हैं, उन्हें तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए. अगर आपको सांस लेने में तकलीफ, सीने में लगातार दर्द या दबाव, त्वचा और नाखून का रंग पीला या नीला होने जैसे लक्षण महसूस हों तो तुरंत इमरजेंसी हेल्प लें.
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