डीएनए हिंदीः देश में वैक्सीन की दोनों खुराक बहुत समय पहले ही उपलब्ध करा दी गई थी. बहुत से लोगों ने दोनों खुराक ले भी ली हैं. 60 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों को बूस्टर डोज लगवाने की अनुमति भी मिल गई थी. 10 अप्रैल से सरकार ने 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए भी बूस्टर डोज की अनुमति दे दी है. ऐसे में बहुत से लोगों के मन में यह प्रश्न है कि क्या बूस्टर डोज एक्सई वैरिएंट से बचा पाएगी? आइए जानते हैं विशेषज्ञ इस बारे में क्या कहते हैं.
विशेषज्ञ से जानिए, क्या बूस्टर डोज एक्सई वैरिएंट से बचा पाएगी?
विशेषज्ञों के अनुसार कोविड -19 की बूस्टर डोज एक्सई वैरिएंट के खिलाफ काफी प्रभावी है. इसके अलावा हाल ही में मिले संस्करण में अब तक कोई गंभीर लक्षण दिखाई नहीं दिए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया के अनुसार, जिन लोगों ने कोविड वैक्सीन की दो खुराक ली हैं, उन्हें बूस्टर डोज लेने से पहले कम से कम नौ महीने तक इंतजार करना चाहिए और उसके बाद ही बूस्टर डोज लेनी चाहिए.
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यूकेएचएसए के मुख्य चिकित्सा सलाहकार, प्रोफेसर सुसान हॉपकिंस ने कहा कि यह आकलन करना मुश्किल है कि कोविड -19 के नए वैरिएंट के खिलाफ बूस्टर डोज की आवश्यकता है या नहीं क्योंकि संक्रमणों की संख्या अपर्याप्त है. यह तय करना कठिन है कि बूस्टर डोज पर्याप्त है या नहीं.
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हाल ही में गुजरात से एक्सई वैरिएंट का मामला रिपोर्ट में सामने आया था. कथित तौर पर रोगी का विदेश यात्रा करके भारत लौटा था और उसमें एक्सई वैरिएंट पाया गया है. कोविड -19 के नए वैरिएंट एक्सई का पहला मामला यूनाइटेड किंगडम से सामने आया था. माना जा रहा है कि यह वैरिएंट अन्य वैरिएंट की तुलना में बहुत अधिक संक्रमणीय है. अब तक विश्व के कई देशों में एक्सई वैरिएंट के मामले सामने आ चुका हैं.
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