सनराइजर्स हैदराबाद मैनेजमेंट को लेकर एक बार फिर डेविड वॉर्नर का गुस्सा फूटा है. उन्होंने कप्तानी से हटाए जाने और बाद में टीम में भी शामिल नहीं करने पर खुलकर अपनी तकलीफ शेयर की. आईपीएल के ठीक बाद उन्होंने वर्ल्ड कप में बेहतरीन प्रदर्शन किया और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी बने. जानें SRH में वापस रिटेन किए जाने, कप्तानी छिनने जैसे सवालों पर इस विस्फोटक बल्लेबाज ने क्या कुछ कहा, जानें.
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डेविड वॉर्नर की कप्तानी में सनराइजर्स हैदराबाद ने अच्छा प्रदर्शन किया था. 2016 में वॉर्नर की ही कप्तानी में टीम ने खिताब भी जीता था. हालांकि, 2021 में खराब फॉर्म की वजह से उन्हें कप्तानी से ही नहीं हटाया गया बल्कि टीम से भी निकाल दिया गया. इस पूरे प्रकरण पर वॉर्नर ने अपनी निराशा जाहिर की है.
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35 साल के इस तूफानी बल्लेबाज ने कहा, 'अगर उन्हें मुझसे वाकई बात करनी थी तो वो आकर बात कर सकते थे. वो आते और मुझसे कह सकते थे कि ये वजहें हैं और इसलिए आपको टीम में नहीं रखा जा रहा है. क्या होता? मैं उन्हें काटता नहीं. बातचीत की जा सकती थी.'
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वॉर्नर ने एक चैट शो में कहा कि मुझे नहीं पता मैनेजमेंट क्या संदेश देना चाहता है. आप एक कैप्टन को ड्रॉप कर रहे हैं और फिर उसे टीम में शामिल नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'सबसे बुरा यह है कि आप क्या संदेश देना चाह रहे हैं? इसका असर नए और युवा खिलाड़ियों पर क्या होगा? उन्हें लगेगा कि इसके साथ हो सकता है तो मेरे साथ भी होगा.'
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वॉर्नर ने कहा कि मुझे बहुत दुख हुआ. यह बहुत दर्दनाक था. उन्होंने कहा, 'मैं SRH के फैंस के साथ कनेक्ट करता हूं. मैं जहां से भी खेलता हूं वहां से दिल से जुड़ा होता हूं. मैं लंबे समय तक हैदराबाद की फ्रेंचाइजी के साथ था. भुवनेश्वर और केन विलियमसन भी. इस तरह से एक फ्रेंचाइची बनती है, एक ब्रांड बनता है. किसी और के साथ भी ऐसा होता तो उसे भी बुरा लगता.'
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डेविड वॉर्नर को बेहद जीवट वाला खिलाड़ी माना जाता है. उन्होंने इसकी मिसाल भी पेश की है. आईपीएल के खराब फॉर्म और से उबरकर उन्होंने टी-20 में वापसी की और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी बने.