डीएनए हिंदी: राजस्थान के जोधपुर में हाल ही में एक बड़ा हंगामा होते-होते रह गया है. जोधपुर के एक स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को चर्चा घुमाने के लिए मैनेजमेंट ले गया था. यह बात सामने आई थी कि चर्च में बच्चों से प्रेयर कराया गया था. जैसे ही इसकी सूचना बच्चों के पेरेंट्स तक पहुंची, वे नाराज हो गए. विश्व हिंदू परिषद के नेता और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने स्कूल के सामने हंगााम किया. पुलिस और प्रशासन तक को पूरे प्रकरण में दखल देनी पड़ी. यह मामला 17 दिसंबर को प्रकाश में आया था.
हिंदू संगठन और अभिभावकों की नाराजगी तब खत्म हुई जब स्कूल मैनेजमेंट ने लिखित माफी मांगी. स्कूल प्रबंधन ने वादा किया है कि अब ऐसी घटनाएं दोबारा नहीं होंगी. मान-मनौव्वल के बाद हिंदू संगठनों कार्यकर्ता भी वापस चले गए. स्कूल मैनेजमेंट ने कहा है कि बच्चों को बिना उनके अभिभावकों की इजाजत के चर्च ले जाया गया है.
गैस गीजर ने ली लड़की की जान, बाथरूम में एंट्री करने से पहले रहें सावधान, पढ़ें जान बचाने वाले ये टिप्स
स्कूल ने मांग ली माफी, टला विवाद
महेश स्कूल के प्रिंसिपल ने एक लेटर जारी कर कहा, 'कुछ छात्रों को एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी के लिए चर्च विजिट कराया गया था.पेरेंट्स की परमिशन नहीं ली गई थी. भविष्य में पेरेंट्स की परमिशन के बिना इस तरह की विजिट नहीं प्लान करेंगे.' स्कूल प्रबंधन के माफी मांगने की वजह से बवाल टल गया.
Delhi-Ghaziabad-Meerut RRTS: दिल्ली से मेरठ तक दौड़ेगी देश की पहली रैपिड रेल, क्या होगी स्पीड, कब होगी शुरू, जानिए
क्या है पूरा मामला?
यह स्कूल जोधपुर के चौपासनी हाउसिंग बोर्ड के पास महेश पब्लिक स्कूल है. स्कूल मैनेजमेंट छात्रों को सरदारपुरा स्थित एक चर्च ले गया था. जैसे ही विहिप को इसकी जानकारी मिली, उन्होंने हंगामा कर दिया. वे चर्च में बच्चों की प्रार्थना से नाराज थे और इसे हिंदू धर्म के खिलाफ बता रहे थे. स्कूल मैनेजमेंट की सूझबूझ से एक बड़ा सियासी बवाल टल गया.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
जब जोधपुर में स्कूली बच्चों से चर्च में प्रार्थना कराने पर भड़का बवाल, स्कूल प्रबंधन को मांगनी पड़ी माफी