Delhi News: भारत में भले ही आज हम छोटी-छोटी बीमारियों के लिए एलोपैथिक चिकित्सक के पास दौड़ लगाते हैं. देश में लगातार मेडिकल कॉलेज खुल रहे हैं. इसके बावजूद मरीजों को पर्याप्त संख्या में चिकित्सक उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं. ऐसे में होम्योपैथी और आयुर्वेदिक जैसी वैकल्पिक चिकित्साएं बेहद काम की साबित हो सकती हैं. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि वैकल्पिक चिकित्सा के माध्यम से मानवता की भलाई हो सकती है. गडकरी ने यह बात दिल्ली में देश-विदेश से आए नामी-गिरामी होम्योपैथी डॉक्टरों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में कही. उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम वैकल्पिक चिकित्सा के माध्यम से मानवता की भलाई के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को पुनः पुष्टि करने का भी मौका होते हैं. इस कार्यक्रम में 10 अप्रैल को जर्मनी में आयोजित होने वाले वर्ल्ड हेल्थ समिट-3 की रुपरेखा के बारे में भी चर्चा की गई.
25 देशों से आए होम्योपैथी डॉक्टर किए सम्मानित
दिल्ली के होटल ताज मान सिंह में होम्योपैथी डॉक्टरों के सम्मान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में देश के अलग-अलग शहरों समेत विदेशों से भी मशहूर होम्योपैथी डॉक्टरों को आमंत्रित किया गया था. कार्यक्रम का नोएडा स्थित बर्नेट होम्योपैथी प्राइवेट लिमिटेड (Burnett Homeopathy Pvt. Ltd) की तरफ से किया गया था. बर्नेट होम्योपैथी के संस्थापक डॉ. नीतिश दुबे ने बताया कि कार्यक्रम में भारत के कई राज्यों के अलावा 25 से ज्यादा देशों से आए होम्योपैथी डॉक्टरों का सम्मान किया गया. उन्होंने कहा कि होम्योपैथी का दायरा लगातार बढ़ रहा है. आज देश के लगभग हर शहर और कस्बे में होम्योपैथी डॉक्टर और अस्पताल मौजूद हैं.
नामी हस्तियां रहीं कार्यक्रम में मौजूद
कार्यक्रम में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के अलावा राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, अश्विनी चौबे, सांसद राजेश वर्मा, एक्ट्रेस मंदिरा बेदी, एक्टर आशीष विद्यार्थी, प्रसिद्ध कवि मनोज मुन्तसिर, रामजी सिंह, सीआरपीएफ के विशिष्ट महानिदेशक सुनील झा आदि भी मौजूद रहे.
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'वैकल्पिक चिकित्सा से हो सकती है मानवता की भलाई' Nitin Gadkari ने क्यों कही ये बात