डीएनए हिंदी: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने रविवार को कहा कि हमारी सरकार की प्राथमिकता लोगों की जिंदगी को बचाना है. पटाखों पर राजनीति करने में उसकी कोई दिलचस्पी नहीं है. राय ने कहा कि हर साल दिवाली के आसपास प्रदूषण बढ़ता है. इसका मुख्य कारण पटाखों को जलाना है. पटाखों से निकलने वाला धुआं खासकर बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए बेहद खतरनाक है. उन्होंने कहा कि प्रदूषण से जब आंखें जलती हैं, तो किसी का धर्म नहीं पूछतीं कि वह हिंदू है या मुसलमान या फिर ईसाई.
दिल्ली सरकार ने अगले साल एक जनवरी तक सब तरह के पटाखों के उत्पादन, बिक्री और इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है. दिवाली पर भी यह रोक जारी रहेगी. पिछले 2 साल से पटाखों पर प्रतिबंध रहा है. राय ने कहा, 'मैं राजनीति पर कुछ नहीं कहना चाहता. हमारी प्राथमिकता जिंदगी बचाना है. पटाखों को लेकर राजनीति में हमारी कोई दिलचस्पी नहीं है. कुछ लोगों ने इस मुद्दे को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया. मामले में शीर्ष अदालत के फैसले के बाद बहस की कोई गुंजाइश नहीं बची है.'
ये भी पढ़ें- पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बेचा अपना घर, जानिए क्या लगी कीमत और किसने खरीदा
'हमारे पूर्वज भी तो पटाखे बिना दिवाली मनाते थे'
उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वज भी तो दिवाली मनाई थे, तब तो पटाखे नहीं थे. हर धर्म की प्राथमिकता लोगों की जान बचाना होता है. फिर चाहे वो हिंदू हो, मुसलमान या फिर ईसाई हो. AAP मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को कहा था कि दिल्ली में दिवाली पर पटाखे फोड़ने पर छह महीने तक की जेल की सजा और 200 रुपये का जुर्माना लग सकता है.
बीजेपी ने प्रतिबंध हटाने की थी मांग
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा सांसद मनोज तिवारी की उस याचिका को गुरुवार को खारिज कर दिया था जिसमें दिल्ली में पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध पर तत्काल सुनवाई की मांग की गई थी. भाजपा नेताओं ने पहले पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध को लेकर दिल्ली सरकार पर निशाना साधा था और अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार को हिंदू विरोधी करार दिया था.
ये भी पढ़ें- PM Modi ने श्रीराम की आरती उतारी, राजतिलक किया, बोले- रामजी की कृपा से मिला ये सौभाग्य
दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स 250
दिवाली से एक दिन पहले दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 250 के आसपास रहा, जो कि खराब कैटेगरी है. जानकारों का कहना है कि इस बात की संभावना है कि दिवाली की शाम यह और खतरनाक हो सकता है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
हमारे पुरखे भी दिवाली मनाते थे, तब पटाखे नहीं होते थे, AAP के मंत्री बोले- पहले जिंदगी बचाएंगे