डीएनए हिन्दी: सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose wala) की हत्या में शामिल मेन शूटर प्रियव्रत फौजी (Priyavrat Fauji) ने पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. फौजी ने पुलिस को बताया कि मूसेवाला की हत्या की प्लालिंग 27 मई को ही की गई थी. इसकी पूरी तैयारी कर ली गई थी, लेकिन मूसेवाला उस दिन बच गया.
जी न्यूज के साथ बातचीत में एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि 27 मई जब मूसेवाला घर से निकले तो कोरोला और बोलेरो में सवार शूटरों ने उनका पीछा किया. सिद्धू मूसेवाला किसी केस के सिलसिले में अकेले ही कोर्ट के लिए निकले थे और शूटर्स की गाड़ियों ने पीछा करना शुरू कर दिया था.
प्रियव्रत फौजी ने बताया कि हमें इसकी पक्की जानकारी थी कि सिद्धू मूसेवाला गांव की सड़क से गुजरेंगे, लेकिन अचानक वह हाई-वे पर तेजी से गाड़ी चलाने लगे. शूटर्स काफी दूर तक सिद्धू का पीछा नहीं कर पाए और पूरा प्लान फेल कर गया.
यही नहीं पुलिस को शक है कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या में जो हथियार इस्तेमाल हुए हैं, उन्हें पाकिस्तान से मंगवाए गए हैं.
सिद्धू मूसेवाला को बुलेटप्रूफ गाड़ी में ही ढेर करने की थी साजिश
प्रियव्रत फौजी से पूछताछ के बाद जो हथियार बरामद हुए हैं, वे सब विदेशी हथियार हैं. स्पेशल सेल की मानें तो इन हथियारों को पिछले दिनों ड्रोन की मदद से पाकिस्तान ने भारत में गिराए थे. मूसेवाला की हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार उसी खेप के हिस्सा हो सकते हैं.
लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) गैंग का देश में तो अच्छा नेटवर्क है ही, पाकिस्तानी अपराधियों/आतंकवादियों से भी अच्छे संबंध हैं. पुलिस का दावा है कि लॉरेंस कई बार पाकिस्तान से हथियार मंगवा चुका है.
पुलिस का दावा है कि बिश्नोई का एक गुर्गा अमेरिका में भी बैठा है, जो अलग-अलग बॉर्डर से पंजाब और राजस्थान हथियार पहुंचाता है. अब पाकिस्तान से हथियार मंगवाने के एंगल की भी जांच की जा रही है.
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...तो 27 मई को ही मारे जाते मूसेवाला, हत्या के लिए पाक से मंगवाए गए थे हथियार?