डीएनए हिन्दी: बिहार में सत्ताधारी गठबंधन के बीच आजकल सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. बीजेपी और जेडीयू के नेताओं के बीच तनातनी की खबरें बराबर आती रहती हैं. कई मुद्दों पर दोनों पार्टियों के बीच तकरार भी देखने को मिली है. लेकिन, हाल के दिनों में केंद्रीय मंत्रियों के बिहार दौरे के क्रम मुख्यमंत्री आवास पहुंचना और नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से मुलाकात के बाद अब सियासी मायने भी निकाले जाने लगे हैं. गौरतलब है कि आजकल जाति गणना और कई अन्य मुद्दों पर नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और तेजस्वी यादव के बीच नजदीकी भी देखन को मिल रही है.
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी मंगलवार को कई परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन के लिए बिहार पहुंचे थे. इन कार्यक्रमों में दोनों नेताओं की मुलाकात भी होनी तय थी, लेकिन गडकरी पटना हवाई अड्डे से सीधे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और चाय पर चर्चा की.
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इसके बाद दोनों गांधी सेतु सहित अन्य परियोजनाओं के लोकार्पण तथा शिलान्यास समारोह में पहुंचे. इस दौरान दोनों नेता अपने-अपने संबोधनों में एक दूसरे की जमकर तारीफ करते नजर आए,
गडकरी ने जहां नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार के विकास करने की बात की वहीं नीतीश ने भी गडकरी की तारीफ करते हुए कहा कि मैं तो आपको भूल नहीं सकता. मुख्यमंत्री ने कहा कि इथनॉल के लिए जो आपने काम शुरू कराया है, इसके लिए हम आपको नहीं भूलेंगे.
इस दौरान स्वागत कर रहे अधिकारी को भी दोनों नेताओं ने 'पहले आप, पहले आप ' करते दिखे. इन घटनाओं के बाद अब इसके मायने निकाले जाने लगे हैं.
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केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री सह रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी अपने बिहार के दौरे के क्रम में दो दिन पहले मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर नीतीश कुमार से मुलाकात की थी.
पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी और दिल्ली के लिए निकल गए थे. इस मुलाकात के बाद भी कई तरह की चर्चा हुई थी. वैसे, नीतीश कुमार ने इस मुलाकात पर बाद में कहा था कि धर्मेंद्र प्रधान उनके पुराने मित्र हैं. बात और मुलाकात होती रहती है.
गडकरी की मुख्यमंत्री से नजदीकी को लेकर चर्चा है कि बीजेपी किसी हाल में जदयू को अपने से अलग नहीं होने देना चाहती. कई लोग इसे राष्ट्रपति चुनाव और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से भी जोड़ रहे हैं.
हाल के दिनों में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की नजदीकी होने की खबर भी हवा में खूब तैर रही थी, जिसके बाद तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे थे. बीजेपी के ऐसे नेताओं के बिहार आने से राजग एक बार फिर से मजबूत दिख रही है.
इस विषय को लेकर बीजेपी और जदयू के नेता बहुत कुछ बोलने को तैयार नहीं दिखते. बहरहाल, बीजेपी नेताओं के मुख्यमंत्री आवास में लगातार हो रही 'एंट्री' आने वाले दिनों में बिहार की सियासत में क्या गुल खिलाती है, यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन इसे लेकर हो रही चर्चा से सियासत गर्म है.
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