डीएनए हिंदी: भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के चीफ बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जंतर मंतर पर पहलवान 23 अप्रैल से ही धरने पर बैठे हैं. बृजभूषण के खिलाफ FIR तो दर्ज हो गई है लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है. उन्हें अब खाप पंचायतों का भी समर्थन मिल गया है.
राकेश टिकैत के समर्थक भी बड़ी संख्या में जंतर मंतर पर धरने पर बैठे हैं. BKU के सदस्य जंतर-मंतर पर लंगर लगा रहे हैं. दिल्ली पुलिस ने भीड़ रोकने के लिए सोनीपत-दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर सख्ती बढ़ा दी है. आइए जानते हैं अब तक क्या कुछ हुआ है-
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1. किसान संगठनों के सामने आने के बाद सिंघु बॉर्डर पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है. यहां SSB की बटालियन तैनात है. पुलिस जगह-जगह बैरिकेडिंग करके चेकिंग कर रही है.
2. जंतर मंतर पर बड़ी संख्या में किसान संगठन पहुंच रहे हैं. पहलवानों के समर्थन में महिलाएं भी आगे आई हैं. महिलाओं का कहना है कि प्रदर्शनकारियों को उनका हक वे दिलाकर ही रहेंगी.
3. पंजाब के किसान संगठनों का कहना है कि अगर बृजभूषण को हटाया नहीं गया तो किसान 11 मई से 18 मई के बीच देश भर में मोदी सरकार और बृजभूषण की प्रतीकात्मक अर्थियां जलाएंगे.
4. जंतर मंतर पर किसानों का लंगर शुरू हो गया है. किसान पंगत में बैठकर खाना खा रहे हैं. उनका कहना है कि जब तक महिला पहलवानों को न्याय नहीं मिलेगा, वे हिलेंगे नहीं.
5. WFI चीफ बृजभूषण शरण सिंह ने कहा है कि जो लड़ाई वह लड़ रहे हैं, वह जूनियर बच्चों के लिए है. गरीब बच्चों के माता पिता अपने जीवन में कटौती कर अपने बच्चों को पहलवान बनाना चाहते हैं. अगर एक भी गुनाह साबित हो गया तो वह फांसी पर लटक जाएंगे.
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