Who is K Annamalai: तमिलनाडु की कानून-व्यवस्था पर लगातार सवाल उठते रहे हैं, लेकिन चेन्नई की अन्ना यूनवर्सिटी के रेप केस ने इन सवालों की पतीली में उबाल ला दिया है. राज्य में मुख्यमंत्री स्टालिन के नेतृत्व वाली डीएमके (DMK) सरकार इन सवालों को सरकारी मशीनरी के दम पर दबाने में जुट गई है, जबकि विपक्ष में बैठी भाजपा इसे अपने लिए राज्य में सबसे बड़े उभार का मौका बनाने में जुट गई है. भाजपा ने इसके खिलाफ गुरुवार को जबरदस्त प्रदर्शन किया है, जिसमें पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन और प्रदेश उपाध्यक्ष कारू नागराजन समेत कई बड़े भाजपा नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
इससे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई भड़क गए हैं. उन्होंने मीडिया के सामने अपने पैरों से जूते उतारते हुए ऐलान किया है कि स्टालिन सरकार के सत्ता से उतरने तक वे पैरों में चप्पल नहीं पहनेंगे यानी नंगे पैर ही रहेंगे. साथ ही यह भी ऐलान किया है कि वे कोयंबटूर में अपने घर के बाहर शुक्रवार को 'सभी बुराइयों को खत्म करने' के लिए खुद को छह बार कोड़े मारेंगे. इसके बाद राज्य में भगवान मुरुगन के सभी छह पवित्र धामों में जाने के लिए 48 दिन का उपवास रखेंगे. अन्नामलाई की इस 'भीष्म प्रतिज्ञा' ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया है. हर कोई अन्नामलाई के ही बारे में बात कर रहा है.
पहले जान लीजिए क्या है वो मामला, जिसे लेकर मचा है बवाल
चेन्नई में बुधवार सुबह अन्ना यूनिवर्सिटी कैंपस में 19 साल की इंजीनियरिंग की छात्रा के साथ रेप किया गया है. घटना के समय पीड़िता के साथ उसका बॉयफ्रेंड भी था. दोनों नजदीक के चर्च में प्रार्थना करने के बाद वापस यूनिवर्सिटी कैंपस लौट रहे थे. इसी दौरान सुनसान जगह पर दो लोगों ने उन्हें रोककर युवक को मारपीट कर भगा दिया था और फिर छात्रा के साथ गैंगरेप किया था. पुलिस ने इस मामले में सड़क किनारे बिरयानी बेचने वाले 37 वर्षीय ज्ञानशेखरन को आरोपी के तौर पर गिरफ्तार किया है. पुलिस अब तक दूसरे आरोपी को पकड़ना तो दूर उसकी पहचान भी नहीं कर सकी है. इसके चलते ही हंगामा मचा हुआ है. भाजपा आरोप लगा रही है कि दूसरा आरोपी सत्ताधारी डीएमके के नेताओं का करीबी है, इसके चलते उसे बचाया जा रहा है. भाजपा ने इस मामले में FIR की डिटेल्स लीक कर पीड़िता की पहचान जाहिर करने का भी आरोप तमिलनाडु पुलिस (Tamil Nadu Police) पर लगाया है.
'डीएमके सरकार को उखाड़ फेंकने तक नंगे पैर चलूंगा'
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने इस मामले में गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की. उन्होंने डीएमके नेताओं पर ज्ञानशेखरन जैसे अपराधियों का संरक्षण करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि इसी कारण आरोपी ज्ञानशेखरन जैसे आदतन अपराधी का नाम पुलिस की हिस्ट्रीशीट में नहीं है. उन्होंने ज्ञानशेखरन के सत्ताधारी नेताओं के साथ फोटो और पर्चे पेश करते हुए उसे डीएमके का कार्यकर्ता बताया. साथ ही कहा कि इसी कारण पुलिस उसे लगातार बचा रही है. इसके बाद अन्नामलाई ने अपनी भीष्म प्रतिज्ञा की. उन्होंने कहा,'लोगों से अनुरोध करता हूं कि इस पर गौर करें. हम चुनाव जीतने के लिए पैसे नहीं देंगे. बिना पैसा बांटे चुनाव लड़ेंगे. तमिलनाडु में डीएमके सरकार को उखाड़ फेंकने तक मैं नंगे पैर चलूंगा. अपने पैर में चप्पल नहीं पहनूंगा.'
#WATCH | During a press conference, Tamil Nadu BJP President K Annamalai removed his shoe and said, "From tomorrow onwards until the DMK is removed from power, I will not wear any footwear..."
— ANI (@ANI) December 26, 2024
Tomorrow, K Annamalai will protest against how the government handled the Anna… https://t.co/Jir02WFrOx pic.twitter.com/aayn33R6LG
कौन हैं अन्नामलाई, जिन्हें कहा जाता है पीएम मोदी का करीबी
तमिलनाडु के करूर जिले के थोटामपट्टी गांव में 4 जून, 1984 में जन्मे अन्नामलाई के पिता का नाम कुप्पूसामी और मां का नाम परमेश्वरी है. कोयंबटूर से इलेक्ट्रिक्ल इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद अन्नामलाई ने IIM Lucknow से एमबीए किया था. इसके बाद वे UPSC Exam पास कर 2013 में कर्नाटक कैडर के IPS अफसर बने थे. कर्नाटक में उन्हें सख्त और ईमानदार छवि के चलते 'सिंघम' कहा जाता था. जून, 2019 में अन्नामलाई ने IPS की नौकरी छोड़ी थी और 25 अगस्त, 2020 को भाजपा में शामिल होकर राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी लोगों में गिना जाता है. इसी कारण कई सीनियर नेताओं की मौजूदगी के बावजूद उन्हें 15 जुलाई 2021 को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चुना गया था और तब से वे यह जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.
क्यों अहम है भाजपा के लिए अन्नामलाई
तमिलनाडु में गौंडर जाति एक बड़ा वोट बैंक है. अन्नामलाई इसी जाति से आते हैं. यह जाति पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के समय अन्नाद्रमुक (AIDMK) पार्टी का वोटबैंक मानी जाती थी. यही कारण था कि जयललिता के निधन के बाद इसी जाति के पलानीस्वामी को अन्नाद्रमुक ने अगला मुख्यमंत्री चुना था. भाजपा अन्नामलाई के जरिये इसी वोटबैंक को खुद से जोड़ने की कोशिश कर रही है. यदि यह वोटबैंक भाजपा के साथ जुड़ गया तो अब तक उसके लिए अभेद किला रहे तमिलनाडु में भी उसे कर्नाटक की तरह अपनी जड़ें गहरी करने का मौका मिल जाएगा.
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'चप्पल नहीं पहनूंगा' कौन हैं अन्नामलाई, जिन्होंने ली भाजपा के लिए ऐसी 'भीष्म प्रतिज्ञा'