डीएनए हिंदी: संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा एक साल से भी ज्यादा समय तक चले किसान आंदोलन को स्थगित करने के ऐलान के बाद अब प्रदर्शनकारी अपने घरों को वापस लौटने लगे हैं. भले ही सरकार और संयुक्त किसान मोर्चा के बीच विभिन्न मुद्दों पर सहमति बन गई हो लेकिन किसान नेता राकेश टिकैत अभी भी आराम के मूड में नजर नहीं आ रहे हैं. राकेश टिकैत ने रविवार को न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि हम हर उस जगह बैठक का आयोजन करते हैं, जहां भी लोग हमें बुलाते हैं और जहां जरूरी होता है. हम 17 दिसंबर को तमिलनाडु जा रहे हैं. 19 दिसंबर को हमारा वर्धा महाराष्ट्र जाने का कार्यक्रम है.
We organise meetings wherever people call us and is required...We are going to Wardha, Maharashtra on December 19 and to Tamil Nadu on December 17: BKU leader Rakesh Tikait pic.twitter.com/NDcsefPFkd
— ANI (@ANI) December 12, 2021
आज कैराना में गरजे टिकैत
किसान नेता राकेश टिकैत आज पश्चिमी यूपी के कैराना में थे. यहां उन्होंने किसान महापंचायत को संबोधित किया. राकेश टिकैत ने कहा कि कैराना पंचायत से दो बिजली की लाइन दिखाई देती हैं, दोनों ही किसान के ट्यूबवेल चलाने के काम आती है लेकिन मूल्य दरों में 5 गुना से भी अधिक हैं. दोनों राज्य भाजपा शासित है लेकिन किसानों से इतना भेदभाव क्यूं.?
राकेश टिकैत ने किसान महापंचायत में आए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर 1 साल से ज्यादा समय तक चला किसानों का आंदोलन ट्रेनिंग था. यह भविष्य में काम आएगा. उन्होंने कहा कि अभी आंदोलन खत्म नहीं हुआ है, लड़ाई जारी है. सरकार के पास काम करने के लिए 2 महीने का समय है. MSP पर, गन्ने पर, बिजली की कीमतों पर काम करे. उन्होंने कहा कि हम चुनाव में कुछ नहीं करेंगे बस जनता को सरकार के काम बताएंगे.
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