डीएनए हिंदी: भारतीय जनता पार्टी के लिए राजस्थान में सबसे बड़ा सवाल यह है कि कौन मुख्यमंत्री होगा. बाबा बालकनाथ से लेकर राज्यवर्धन सिंह राठौर तक के नाम की चर्चा तो चलाई जा रही है लेकिन उम्मीदवारी में दम नजर नहीं आ रहा है. शायद यही वजह है कि वसुंधरा राजे इसलिए ही दिल्ली पहुंची हैं. पूर्व मुख्यमंत्री के राजस्थान पहुंचने की वजह से माना जा रहा है कि पार्टी उन्हें ही मुख्यमंत्री बना सकती है.
वसुंधरा राजे ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने का समय मांगा है और वे गुरुवार सुबह चर्चा कर सकते हैं. दो बार मुख्यमंत्री रहीं, वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री पद की प्रबल दावेदार हैं. राजे की दिल्ली यात्रा सोमवार को उनके आवास पर उनके और 60 से अधिक नवनिर्वाचित बीजेपी विधायकों के बीच बैठक के बाद हुई. मंगलवार को विधायकों ने इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया और कहा कि अगर पार्टी नेतृत्व उन्हें राज्य में शीर्ष पद के लिए चुनता है तो वे राजे का समर्थन करेंगे.
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सूत्रों के मुताबिक वसुंधरा राजे ने विधायकों के साथ बैठक के बाद पार्टी आलाकमान से बात की थी और उन्हें बताया था कि वह पार्टी की अनुशासित कार्यकर्ता हैं. उन्होंने कहा कि वह कभी भी लाइन से बाहर नहीं जाएंगी.
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सीएम पद की रेस में कौन-कौन है शामिल?
वसुंधरा राजे ने झालरापाटन सीट से विधानसभा चुनाव जीता है. उनके अलावा केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और अर्जुन मेघवाल, और पार्टी सांसद - बाबा बालकनाथ और दीया कुमारी भी मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में से हैं. वसुंधरा राजे, बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. वे साल 2003 से 2008 और 2013 से 2018 तक दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं. वह पहले के चुनावों में सीएम का चेहरा थीं, बीजेपी ने इस बार शीर्ष पद के लिए किसी भी नेता को पेश किए बिना चुनाव में जाने का फैसला किया था.
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राजस्थान में CM नहीं ढूंढ पा रही BJP, क्या फिर वसुंधरा को मिलेगी कमान?