Uttarakhand Rain Disaster: चीन और नेपाल की सीमा से सटे पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में पवित्र चार धाम यात्रा (Char Dham Yatra) की शुरुआत से ठीक पहले बारिश ने तबाही मचानी शुरू कर दी है. साल की पहली भारी, लेकिन बेमौसमी बारिश ने राज्य में बुधवार को कई जगह तबाही मचाई है. उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में बादल फटने के कारण बड़े पैमाने पर नुकसान होने की खबर है. पिथौरागढ़ जिले में ओलावृष्टि हुई है. जगह-जगह घरों में बाढ़ का पानी घुसने के साथ ही किसानों की फसलों के तबाह होने की खबरें मिल रही हैं, लेकिन इस बरबादी के बीच भी एक अच्छी खबर इस बारिश के कारण सुनाई दी है. पिछले कई सप्ताह से उत्तराखंड के जंगलों को काल बनकर जला रही भयानक आग कई इलाकों में इस बारिश के कारण बुझ गई है.
सोमेश्वर में बादल फटने से खेतों में खड़ी फसल तबाह
अल्मोड़ा के सोमेश्वर जिले में भारी बारिश के बीच बादल फटने के कारण बुधवार को तबाही का सैलाब आया है. इससे बड़े पैमाने पर खेतों में खड़ी फसल बह गई है और बहुत सारे घर मलबे में धंस गए हैं. अल्मोड़ा और टूरिस्ट प्लेस कौसानी के बीच एक अहम कस्बे के तौर पर मौजूद सोमेश्वर में इस तबाही के कारण छोटे और बड़े, सभी किसानों को बेहद नुकसान हुआ है. किसानों ने इस तबाही के लिए सरकार से मुआवजा देने की मांग की है.
तस्वीरें बागेश्वर से आई है।
— Ajit Singh Rathi (@AjitSinghRathi) May 8, 2024
आख़िर जंगलों को स्वाहा करती प्रचंड ज्वाला पर अंकुश की शुरुआत तो हुई। बागेश्वर में जिला मुख्यालय सहित अन्य नगरों में मूसलाधार बारिश हुई। इससे जंगलों की आग काफ़ी हद तक बुझेगी। #UttarakhandForestFire #fireinforest pic.twitter.com/8EE93OwDR4
पिथौरागढ़ में भी ओलों ने बरबाद की फसलें
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य के सीमावर्ती जिले पिथौरागढ़ जिले में भी बारिश ने बेहद नुकसान पहुंचाया है. तिब्बत और नेपाल की सीमा से सटे पिथौरागढ़ जिले के कई इलाकों में बारिश के साथ ओले भी गिरे हैं, जिससे खेतों में खड़ी फसलें बरबाद हो गई हैं. किसानों ने कई इलाकों में बारिश थमने के बाद खेतों की तबाह देखकर प्रदर्शन किया है और सरकार से मुआवजे की मांग की है.
जगह-जगह लगे रहे ट्रैफिक जाम
राज्य में बारिश के कारण जगह-जगह घंटों लंबे ट्रैफिक जाम भी देखने को मिले हैं. बागेश्वर जिले में कपकोट-बागेश्वर रोड पर कई जगह ट्रैफिक जाम रहा. लोग सड़क पर बारिश के कारण बहने लगी पानी की छोटी धाराओं को पार करने में अटकते दिखाई दिए. गढ़वाल रीजन के उत्तरकाशी जिले में भी पुरोला हुडोली में बारिश के कारण यातायात ठप रहा है.
सुप्रीम कोर्ट ने लगाई फटकार, बारिश ने बचाई सरकार की लाज
सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को उत्तराखंड के जंगलों में लगी भयानक आग पर सुनवाई की गई. यह सुनवाई एक जनहित याचिका पर की गई, जिसमें सु्प्रीम कोर्ट ने उत्तराखंड राज्य सरकार को करारी फटकार लगाई. टॉप कोर्ट ने कहा कि प्रशासन जंगलों में लगी आग को नियंत्रित करने के लिए केवल बारिश और क्लाउड सीडिंग पर निर्भर नहीं रह सकता है. राज्य सरकार ने कोर्ट को बताया कि प्रदेश के जंगलों के महज 0.1 फीसदी हिस्से में आग लगी हुई है. आग लगने की अब तक 398 घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं, जिनमें से 350 को रजिस्टर्ड किया गया है. उधर, सुप्रीम कोर्ट की इस फटकार के दौरान ही बारिश ने राज्य सरकार की लाज बचा ली. कुमाऊं इलाके में खासतौर पर अल्मोड़ा जिले में भारी बारिश के कारण जंगलों में लगी आग बुझने की खबर मिली है.
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Uttarakhand के लिए तबाही लाई बेमौसमी बारिश, लेकिन इस परेशानी से दे गई बड़ी राहत