डीएनए हिंदी: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) को Punjab Elections 2022 से पहले तगड़ा झटका लगा है. ये झटका किसी विपक्षी दल या जनता द्वारा नहीं बल्कि UPSC द्वारा दिया गया है. राज्य के नए DGP की नियुक्ति को लेकर UPSC ने सीएम चन्नी और सिद्धू द्वारा सुझाए दोनों के ही पसंदीदा अधिकारियों के नामों को खारिज कर दिया है. ऐसे में अब एक नया टकराव खड़े होने की संभावनाएं हैं.
UPSC ने खारिज किए नाम
दरअसल, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने डीजीपी की नियुक्ति को लेकर अपने-अपने पसंदीदा अधिकारियों के नाम दिए थे. वहीं सिद्धू के चहेते सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय और चन्नी के पसंदीदा अधिकारी इकबाल प्रीत सिंह सहोता के नाम UPSC पैनल से बाहर हो गए हैं. ऐसे में पंजाब के मुख्यमंत्री को अब UPSC पैनल द्वारा सुझाए गए तीन नामों से किसी एक नाम को ही पंजाब के नए DGP के लिए चुनना होगा.
जल्द होगी DGP की नियुक्ति ं
UPSC के इस फैसले के बाद जल्द ही पंजाब में नए DGP की नियुक्ति होगी. UPSC द्वारा सुझाए गए नामों की बात करें तो इसमें 1987 बैच के अधिकारी दिनकर गुप्ता, वीके भावरा और 1988 बैच के प्रबोध कुमार का नाम है. राज्य सरकार को अब इन तीनों अधिकारियों में से किसी एक को ही पंजाब का नया DGP नियुक्त करना होगा.
क्या बढ़ सकता है टकराव
गौरतलब है कि पंजाब के DGP की नियुक्ति को लेकर नए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच एक बड़ा टकराव देखने को मिला था. चन्नी के विरोध में सिद्धू ने अपने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा तक दे दिया था. ऐसे में अब जब इन दोनों ही नेताओं के पसंदीदा अधिकारियों की नियुक्ति DGP के तौर पर नहीं होगी तो इससे एक नया टकराव हो सकता है क्योंकि दोनों ही अपनी पसंद के DGP की नियुक्ति करना चाहते थे.
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