डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश में मुस्लिम वोटों को लेकर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच सियासी जंग चल रही है. इस द्विपक्षीय मुकाबले में कांग्रेस भी तीसरा फैक्टर बनने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस की नजर हर उस मुस्लिम चेहरे पर है, जिनके सहारे चुनावी नैया पार हो सके. कांग्रेस ने इस बार सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां को अपना हथियार बनाया है. वह इसी बहाने मुस्लिम वोट बैंक पर निगाह लगाए हुए है. राजनीतिक जानकर कहते हैं कि सपा के दिग्गज नेता आजम खान के जब पुराने मामले खुलने शुरू हुए तो उनकी मुश्किल बढ़ गई. वह पत्नी-बेटे सहित पहले भी जेल जा चुके हैं और अब फिर सलाखों के पीछे हैं. उ
आजम खान के परिवार का कोई सदस्य अब केंद्र या प्रदेश के किसी सदन का सदस्य भी नहीं रहा, लेकिन इसके बावजूद मुस्लिम राजनीति अब भी उनके इर्द गिर्द घूमती नजर आ रही है. आजम फिर से जेल भेज दिए गए हैं तो सपा द्वारा भाजपा पर हमलावर होना स्वाभाविक है, लेकिन कांग्रेस भी खुलकर उनके समर्थन में आ गई है.
आजम के लिए हर लड़ाई लड़ने का बयान भी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने दिया है, जिनका कि सपा से ताजा विवाद सबके सामने है. अखिलेश यादव के साथ जुबानी जंग छिड़ी हुई है. अखिलेश ने कहा कि आज़म खां से तो सबको मिलना चाहिए . कांग्रेस के लोग तब कहां थे जब आज़म खां को फंसाया जा रहा था. कांग्रेस के नेता भी उन्हें फंसाने में लगे हुए थे.
इसे भी पढ़ें- पेपर लीक मामले में ED का एक्शन, राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद डोटासरा के घर छापेमारी, वैभव गहलोत को समन
आजम खान की लड़ाई लड़ेगी कांग्रेस
कांग्रेस के प्रवक्ता अंशू अवस्थी कहते हैं कि आजम खान एक बड़े नेता हैं. उनका लंबा राजनीतिक अनुभव है, भाजपा उन्हे फंसा रही है. कांग्रेस हमेशा पीड़ितों के साथ खड़ी रहती है. ऐसी तमाम घटनाएं हैं, जिन पर कांग्रेस ने सड़कों पर संघर्ष किया है. अगर कांग्रेस का कोई नेता होता तो भाजपा की इतनी हिम्मत नहीं पड़ती. ऐसा होता तो हम ईंट से ईंट बजा देते. कांग्रेस आजम साहब की लड़ाई लड़ रही है.
यह भी पढ़ें- 7 अक्टूबर का बदला पूरा करने के लिए इजरायल ने बनाया मास्टर प्लान
आजम के बहाने मुस्लिम वोट पर नजर
कांग्रेस का कहना है कि आजम खां ने सपा को पूरा जीवन दिया है. आजम पर अत्याचार हो रहा था तो सपा क्या कर रही थी. मुलायम सिंह होते तो शायद यह न हो पाता. दूसरों पर सवाल खड़ा करने से पहले अपना आत्ममंथन करना चाहिए कि उनसे चूक कहां हो गई. वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक वीरेंद्र सिंह रावत कहते हैं कि मध्य प्रदेश के चुनाव में सीट बंटवारे के बाद सपा और कांग्रेस में जो खटास पैदा हुई है. वो कम नहीं हो रही है.
यह भी पढ़ें- 50 बंधकों के बदले तेल मांग रहा था हमास, अब हुए 400 ताबड़तोड़ हमले
अजय राय के बारे में सपा की तरफ से इतना कुछ कहा गया है. वह भी किसी माध्यम से अपने को साबित करेंगे. यही कारण है वो आजम का सहारा ले रहे हैं. सपा पर भी सॉफ्ट हिंदुत्व को ज्यादा महत्व देने का आरोप लग रहा है. ऐसे में सेकुलर और हिंदुत्व की छवि के बीच में बैलेंस बनाना होगा. चुनाव तक बयानबाजी ऐसे घटनाक्रम देखने को मिलते रहेंगे.
क्यों मुश्किलों में फंसे हैं आजम खान
आजम खां के परिवार के खिलाफ दो जन्म प्रमाण पत्र का मामला भाजपा विधायक आकाश सक्सेना की ओर से दर्ज कराया गया था. इसमें आरोप था कि आजम खां ने बेटे के अलग-अलग जन्मतिथि से दो जन्म प्रमाण पत्र बनवाए हैं. इसमें एक जन्म प्रमाण पत्र रामपुर नगर पालिका से बना है, जबकि दूसरा लखनऊ से बना है. इस मुकदमे में आजम खां के अलावा उनके बेटे अब्दुल्ला और पत्नी पूर्व सांसद तजीन फात्मा भी नामजद हैं. इसी मामले में सजा होने के बाद रविवार को आजम खां को रामपुर जेल से सीतापुर शिफ्ट किया गया है. (इनपुट: IANS)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
आजम खां से प्यार या मुस्लिम वोटों पर नजर, जेल में जाकर क्यों मिलना चाहते थे अजय राय?