डीएनए हिंदी: चेन्नई से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक 72 साल की महिला को उसके दो बेटों ने पिछले दस साल से कैद किया हुआ था. हैरान करने वाली बात यह है कि यह काम एक रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर ने किया. पुलिस इंस्पेक्टर शनमुगसुंदरन ने अपने भाई वेंकटेशन के साथ मिलकर यह काम किया. वेंकटेशन दूरदर्शन में काम करते हैं. इन दोनों ने मिसकर अपनी मां ज्ञानजोठी को उनके घर में बंद करके रखा हुआ था.
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इस घटना का खुलासा शुक्रवार को हुआ जब राज्य समाज कल्याण विभाग की हेल्पलाइन नंबर 181 पर महिला की जानकारी देते हुए एक फोन आया. इसके बाद विभाग की दो महिलाएं पुलिस के साथ कावेरी नगर स्थित महिला के आवास पर पहुंचीं. विभाग को महिला की दुर्दशा की जानकारी उसके पड़ोसियों ने दी. तब पता चला कि महिला पिछले दस साल से कमरे में बंद थी. उसके बेटे हफ्ते में एक बार उसे बिस्कुट और रोटी देते थे. पुलिस ने जानकारी दी कि शुरुआती इलाज के बाद महिला को मनोरोग अस्पताल में भेज दिया जाएगा.
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महिला के पति दूरदर्शन के कर्मचारी थे उनके निधन के बाद बेटी मां की देखभाल की थी. पिता के निधन के बाद बेटी की भी मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि इसके बाद महिला के हालात बुरे हो गए. दोनों बेटों ने मां की जिम्मेदारी नहीं ली. दोनों ने ही उन्हें रखने से इंकार कर दिया. तमिलनाडु के स्वास्थ्य और समाज कल्याण मंत्री ने एजेंसी से बात करते हुए कहा, अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मामले की विस्तार से जांच की जा रही है.
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Shameful: पुलिसवाले ने मां को 10 साल तक कमरे में रखा कैद, हफ्ते में एक बार देता था रोटी